पूछताछ में टूटे आइपीएस मिर्जा, रुपये लेने की बात स्वीकारी
इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि वह किसी तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं और उन्होंने ये रुपये एक अनाथ आश्रम की आर्थिक मदद करने के लिए लिए थे।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। नारद कांड में आरोपी आइपीएस एसएमएच मिर्जा ने आखिरकार स्वीकार कर लिया कि उन्होंने स्टिंग ऑपरेशन करने वाले नारद न्यूज पोर्टल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मैथ्यू सैमुअल से रुपये लिए थे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि वह किसी तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं और उन्होंने ये रुपये एक अनाथ आश्रम की आर्थिक मदद करने के लिए लिए थे।
गौरतलब है कि नारद स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो फुटेज में मिर्जा चार लाख रुपये की रिश्वत लेकर नेताओं से सेटिंग करवाने व मंत्री बनवाने तक का दावा करते दिख रहे हैं। सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि दो दिनों तक लगातार पूछताछ से मिर्जा टूट गए और स्वीकार कर लिया कि उन्होंने मैथ्यू से रुपये लिए थे।
नारद स्टिंग में फॉरेंसिक लैब ने पहले ही साबित कर दिया है कि सारे वीडियो फुटेज वास्तविक हैं। अब मिर्जा की स्वीकारोक्ति ने इसपर नये सिरे से मुहर लगा दी है। सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि मिर्जा का बयान अभी भी संतोषजनक नहीं है। उनका अनाथ आश्रम की मदद के लिए रुपये लेने का दावा भी केंद्रीय जांच एजेंसी के गले से नहीं उतर रहा। बताया गया है कि वीडियो फुटेज में दिख रहे तृणमूल कांग्रेस के एक दिग्गज सांसद ने ही मैथ्यू को बर्द्धमान के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मिर्जा के पास भेजा था। सांसद ने उनके हिस्से के रुपये मिर्जा को देने की भी बात कही थी। अब सीबीआइ की टीम मिर्जा से इसी बारे में पूछताछ कर रही है।
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