कौन से फैक्टर तय करेंगे इस हफ्ते बाजार की चाल, पढ़िए एक्सपर्ट की राय
इस हफ्ते बाजार में चार कारोबारी सत्र होंगे। गणेश चतुर्थी की वजह से शुक्रवार को बाजार बंद रहेगा।
नई दिल्ली (जेएनएन)। इस सप्ताह निवेशकों की नजर ग्लोबल संकेतों के साथ-साथ देश की दूसरी सबसे बड़ी आइटी कंपनी इन्फोसिस के हालात पर भी रहेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की चाल को नियंत्रित करने में इन दोनों की अहम भूमिका होगी। पिछले हफ्ते स्वतंत्रता दिवस के कारण बाजार में चार दिन कारोबार हुआ था। पहले तीन दिन बंबई शेयर बाजार (बीएसई) के सेंसेक्स में 582 अंकों की बढ़त हुई थी। वहीं शुक्रवार को इन्फोसिस के सीईओ एवं एमडी विशाल सिक्का के अचानक इस्तीफे से सेंसेक्स ने 271 अंकों का गोता लगा लिया था। इस दिन कारोबार में सबसे ज्यादा 9.6 फीसद की गिरावट इन्फोसिस के शेयरों में आई थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी की चाल भी ऐसी ही रही। शुरुआती तीन कारोबारी दिनों में 193 अंकों की बढ़त लेने वाले निफ्टी में शुक्रवार को 67 अंकों की गिरावट आई। विशेषज्ञों का कहना है कि सोमवार को भी निवेशकों की नजर इन्फोसिस पर रहेगी।
इंफोसिस के बायबैक का दिखेगा असर
कंपनी ने शनिवार की बोर्ड बैठक में 13,000 करोड़ रुपये की बायबैक योजना को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत कंपनी 1,150 रुपये प्रति शेयर की दर से निवेशकों से 11.3 करोड़ शेयर खरीदेगी। कंपनी के इस कदम से निवेशकों का उत्साह बढ़ने और बाजार को गति मिलने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों का नजरिया
आद्या ट्रेडिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स के टेक्निकल एनालिस्ट अबनीश कुमार ने कहा, 'पिछले कारोबारी दिन पर बैंक व फार्मा के साथ इन्फोसिस के कारण आइटी शेयरों में भी बिकवाली का दबाव रहा। इससे निफ्टी निचले स्तर पर रहा। इन सेक्टरों में किसी भी तरह का बदलाव बाजार की चाल को तय करेगा।'
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, 'यूरोप में आतंकी हमले से निवेशकों की धारणा नकारात्मक हुई है। इस हफ्ते इसका भी असर बाजार पर पड़ सकता है।' इस हफ्ते गणेश चतुर्थी की वजह से शुक्रवार को बाजार बंद रहेगा।
बीते हफ्ते देश की 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (एमकैप) में 54,968.17 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। इस दौरान आइटीसी और एचयूएल के पूंजीकरण में सर्वाधिक बढ़ोतरी हुई। आइटीसी का एमकैप 12,559.75 करोड़ रुपये बढ़कर 3,43,120.21 करोड़ रुपये रहा। एचयूएल का बाजार पूंजीकरण 10,140.52 करोड़ रुपये बढ़कर 2,59,670.81 करोड़ रुपये हो गया। रिलायंस, टीसीएस और एचडीएफसी बैंक के एमकैप में भी बढ़ोतरी हुई। इसके उलट इन्फोसिस और एसबीआइ के एमकैप में गिरावट आई।