यूपीपीएससी का सवाल बने मोदी और महंगाई
लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा [सामान्य चयन] 200
इलाहाबाद। लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा [सामान्य चयन] 2009 के साक्षात्कार शुरू कर दिए हैं। इसमें प्रधानमंत्री के नरेंद्र मोदी के चुनावी वादे और बढ़ती महंगाई सवाल बनकर उभरे तो अभ्यर्थियों को महंगाई रोकने के उपाय बताने में पसीने छूटने लगे। साक्षात्कार का आज दूसरा दिन है।
पहले दिन अधिकांश प्रतियोगियों से आयोग के विशेषज्ञों ने नरेंद्र मोदी के चुनाव पूर्व महंगाई काबू करने के वादे और महंगाई पर लगाम न लगा पाने के पीछे कारण पूछे। साथ ही बोर्ड के सदस्यों ने यह भी जानना चाहा कि महंगाई को कैसे काबू किया जा सकता है। इसके अलावा धारा 370 विवाद, फीफा वर्ल्ड कप से सवाल किए गए। साक्षात्कार के बाद प्रतियोगियों ने बातचीत में बताया कि आयोग ने ताजा घटनाक्रमों पर सवाल किए तो कुछ बेसिक कंसेप्ट और ज्ञान पर आधारित सवाल किए। जैसे पंचायती राज, धान की प्रजातियां कितनी हैं, सहारा मरुस्थल का आकार क्या है और महिलाओं को कितने कैलोरी ऊर्जा की प्रतिदिन आवश्यकता पड़ती है। ज्ञातव्य है कि मुख्य परीक्षा में 738 पदों के सापेक्ष 2538 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है।
ये रहे प्रमुख सवाल :
-लोक सभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की सफलता का राज?
-फीफा विश्वकप का आयोजक देश कौन था?
-सहारा मरुस्थल का कुल आकार क्या है?
-मेढक बारिश के मौसम में ही बाहर क्यों निकलते हैं?
-इससे पहले जर्मनी कब फीफा वर्ल्ड कप का विजेता बना था?
-अंबेडकर नगर और कानपुर जिलों के मुख्यालय कहां पर स्थित हैं?
-श्रावण का पौराणिक महत्व क्या है?
-दिल्ली विधानसभा में कुल कितनी सीटें हैं?
-मूल अधिकार और मूलकर्तव्य से सवाल किए गए?