यमन में फंसे भारतीय नाविक सुरक्षित स्थान को रवाना
गृहयुद्ध झेल रहे यमन में पिछले दो हफ्ते से फंसे गुजरात के 70 नाविक बुधवार को सुरक्षित स्थान के लिए रवाना हो गए हैं। कच्छ व मंडवी के वाहनवट संघ ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
अहमदाबाद । गृहयुद्ध झेल रहे यमन में पिछले दो हफ्ते से फंसे गुजरात के 70 नाविक बुधवार को सुरक्षित स्थान के लिए रवाना हो गए हैं। कच्छ व मंडवी के वाहनवट संघ ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
वाहनवट संघ के प्रमुख हाजी जुनेजा के अनुसार, 'हमारे 70 नाविक पांच कार्गो जहाजों में यमन की सीमा से निकल चुके हैं। वह अब खतरे से बाहर हैं, लेकिन अभी उनसे संपर्क नहीं हो सका है।' जुनेजा के अनुसार नाविकों से संपर्क स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
हाजी जुनेजा ने बताया, 'पिछली रात मेरी एक नाविक से बात हुई थी, लेकिन अब वह हमारे संपर्क में नहीं हैं। हम यह भी नहीं जानते कि अभी वह किस ओर जा रहे हैं।' जुनेजा के अनुसार नाविक के साथ फोन पर हुई उनकी बातचीत में उन्हें पता चला था कि यमन में सरकार समर्थित दलों और विद्रोहियों के बीच युद्धविराम के बाद सभी नाविक यमन के खोखा बंदरगाह से रवाना हो गए थे। उनके अनुसार नाविक ओमान या सोमालिया से होते हुए भारत लौटेंगे।
उल्लेखनीय है कि गुजरात के कच्छ और जामनगर जिलों के ये नाविक जरूरी सामान पहुंचाने यमन गए थे, लेकिन गृहयुद्ध के कारण पिछले दो हफ्ते से वहां फंसे हुए थे।
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