ऑस्ट्रेलिया में फिर हुआ भारतीय पर नस्लीय हमला, पुलिस नहीं दिखी गंभीर!
कुछ लोग ड्राइवर के बचाव में आए, पुलिस और एम्बुलेंस भी मौके पर पहुंच गई। ड्राइवर को काफी चोटों आई थी, इसलिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
होबार्ट, एएनआइ। ऑस्ट्रेलिया में फिर एक भारतीय नस्लीय हमले का शिकार हुआ है। इस बार निशाना एक भारतीय टैक्सी ड्राइवर बना है, जिसे काफी चोट आई है। नस्लीय हमले का शिकार हुए इस भारतीय को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह हमला शुक्रवार को तस्मानिया के सैंडी बे में हुआ।
टैक्सी ड्राइवर ने कानूनी कार्यवाही के कारण अपना नाम जाहिर करने से इनकार कर दिया। लेकिन उन्होंने वो पूरी दस्तां बनाई, जो शुक्रवार की रात उनके साथ हुई थी। उन्होंने बताया कि रात करीब साढ़े दस बजे उन्होंने एक लड़का-लड़की को मैकडॉनाल्ड्स ड्राइव-थ्रू ले जाने के लिए पिक किया था। बीच में महिला पैसेंजर चलती गाड़ी का दरवाजा खोलने लगी। ड्राइवर ने जब मना किया, तो वह नाराज हो गईं।
ड्राइवर ने बताया कि चलती कार का दरवाजा खोलने से एक्सीडेंट हो सकता था। लेकिन महिला पैसेंजर इतनी भड़की कि लात-घूंसे चलाने लगीं। साथ ही नस्लीय टिप्पणी करने लगी। इसके बाद ड्राइवर ने कार को साइड में रोक दिया। इसके बाद महिला और पुरुष दोनों ही नस्लीय टिप्पणी करने लगे। गाड़ी में लात मारने लगे। जब ड्राइवर ने उन्हें रोका तो पुरुष पैसेंजर ने उसे मुक्का मारकर जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद महिला ने कहा- खूनी भारतीय, तुम इसी के लायक हो। तुम्हारे साथ ऐसा ही होना चाहिए।
इसके बाद कुछ लोग ड्राइवर के बचाव में आए, पुलिस और एम्बुलेंस भी मौके पर पहुंच गई। ड्राइवर को काफी चोटों आई थी, इसलिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। घटना के आसपास की सीसीटीवी फुटेज को भी चेक नहीं किया है। टैक्सी चालक की तरफ से गवाही देने के लिए एक गवाह सामने आया है और इस घटना का एक वीडियो फुटेज भी प्रस्तुत किया है।
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