Move to Jagran APP

सेना को मिलेगी मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल

डीआरडीओ और सेना ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का निर्माण करने वाले समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Fri, 21 Jul 2017 09:23 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jul 2017 09:23 AM (IST)
सेना को मिलेगी मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल

नई दिल्ली (पीटीआई)। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और सेना ने मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एमआरएसएएम) विकसित करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

loksabha election banner

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मिसाइल का निर्माण इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आइएआइ) के सहयोग से डीआरडीओ करेगा। इजराइल की सरकारी कंपनी आइएआइ ने अप्रैल में जानकारी दी थी कि सेना को यह मिसाइल उपलब्ध कराने के उसने 1.6 अरब डॉलर (करीब 10298 करोड़ रुपये) के कांट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं।

अधिकारी ने बताया कि एमआरएसएएम 50 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी के कई हवाई लक्ष्यों को निशाना बना सकता है। यह दुश्मन के बैलिस्टिक मिसाइल, विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन, सर्विलांस विमान और अवाक्स विमान को मार गिराने में सक्षम है। नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि सेना अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार से एमआरएसएएम उपलब्ध कराने की मांग कर रही थी। इस मिसाइल के मौजूदा संस्करण का वायुसेना और नौसेना में उपयोग किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें: उत्‍तर कोरिया के मिसाइल टेस्‍ट के जवाब में अमेरिका ने दागी 'थाड', बताया हम हैं तैयार

यह भी पढ़ें: मिसाइल रोधी सिस्‍टम ‘थाड’ का परीक्षण करेगा अमेरिका


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.