भारत और चीन की सेनाएं सीमा पर शांति की हिमायती
भारत और चीन की सेनाओं ने एक उच्चस्तरीय सैन्य प्रतिनिधिमंडल की वार्ता के दौरान यह राय जाहिर की।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच भले ही कूटनीतिक खींचतान का दौरा जारी है मगर दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर शांति बनाए रखने की पूरी तरह हिमायती हैं। दोनों राष्ट्रों की सेनाओं का साफ मानना है कि सीमा पर शांति ही विकास की गारंटी और संबंधों को बेहतर बनाने का जरिया है।
भारत और चीन की सेनाओं ने एक उच्चस्तरीय सैन्य प्रतिनिधिमंडल की वार्ता के दौरान यह राय जाहिर की। चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का सैन्य प्रतिनिधिमंडल 21 से 26 फरवरी तक छह दिन की भारत यात्रा पर है। इसी क्रम में मंगलवार को भारत और चीन के प्रतिनिधिमंडल की औपचारिक वार्ता के दौरान दोनों देशों की सेनाओं ने यह कहा कि सीमा पर शांति विकास की महत्वपूर्ण गारंटी है और आपसी संबंधों में निरंतर बेहतरी का रास्ता भी। इस दौरान दोनों देशों के सैन्य दल के नेताओं ने आपस में संवाद की ऐसी बैठकों के निरंतर जारी रहने पर भी सहमति जताई।
चीन प्रतिनिधिमंडल ने यहां सेना मुख्यालय में सीमा मामलों से जुड़े भारत के वरिष्ठ सैन्य अफसरों से भी बातचीत की। चीनी सैन्य दल की अगुवाई वहां के चेंगडु स्थित पश्चिमी थियेटर कमान के उप प्रमुख मेजर जनरल झाओ जिन सांग कर रहे हैं। चीन का यह सैन्य दल दिल्ली के अलावा आगरा और कोलकाता भी जाएगा। भारत और चीन की सेना सीमा पर आपसी तनाव को घटाने के लिए एक दूसरे से संवाद बढ़ाने की पिछले कुछ समय से कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में बीते साल दिसंबर में चीन के पश्चिमी थियेटर कमांडर जनरल झाओ जोंगवी ने भारत की यात्रा की थी।
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