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जानें- कौन हैं सुमित्रा मित्रा जिन्‍होंने जीता प्रतिष्ठित यूरोपियन इन्वेंटर अवॉर्ड 2021, 1 अरब लोगों ने उठाया उनकी तकनीक से फायदा

भारतीय मूल की अमेरिकी सुमित्रा मित्रा ने ये सबित कर दिया है कि भारतीय किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। उन्‍होंने यूरोप के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्‍कारों में से एक यूरोपियन इन्वेंटर अवॉर्ड 2021 को अपने नाम कर लिया

By Kamal VermaEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 02:58 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 08:31 PM (IST)
जानें- कौन हैं सुमित्रा मित्रा जिन्‍होंने जीता प्रतिष्ठित यूरोपियन इन्वेंटर अवॉर्ड 2021, 1 अरब लोगों ने उठाया उनकी तकनीक से फायदा
सुमित्रा की झोली में आया यूरोप के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्‍कारों में से एक

नई दिल्‍ली (आईएनएस)। भारतीय मूल की अमेरिकन महिला सुमित्रा मित्रा ने यूरोप के सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड में से एक को जीत कर पूरी दुनिया में भारत का डंका बजाया है। उन्‍होंने यूरोपियन इन्वेंटर अवॉर्ड 2021 जीता है। ये अवार्ड नॉन यूरोपियन पेटेंट ऑफिस कंट्रीज कैटगरी में उनकी डेंटिस्‍ट्री में नैनोटेक्‍नॉलिजी के इस्‍तेमाल को लेकर दिया गया है। आपको बता दें कि सुम‍ित्रा ने दुनिया में पहली बार पहली बार नैनो पार्टिकल्‍स के जरिए दातों को और अधिक मजबूत बनाने की तकनीक दुनिया के सामने पेश की थी।

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उनकी इस तकनीक का इस्‍तेमाल पूरी दुनिया में एक अरब लोगों पर सफलतापूर्वक किया जा चुका है। यूरोपियन पेटेंट ऑफिस के अध्‍यक्ष एंटोनियो केंपिनोज के मुताबिक, सुमित्रा ने इस फील्‍ड को बिल्‍कुल नए आयाम देने का काम किया है। दांतों को रेस्‍टोर करने के क्षेत्र में उनकी ये तकनीक एक क्रांतिकारी कदम साबित हुई है। इस तकनीक से इस क्षेत्र को ही व्‍यापक बना दिया है जिसका फायदा वर्तमान में करोड़ों लोग उठा रहे हैं। गौरतलब है कि सुमित्रा ने अपनी इस तकनीक को इसको पेटेंट भी करवाया है।

एंटोनियो के मुताबिक, उनकी इस तकनीक को इस्‍तेमाल करते हुए अब 20 वर्ष हो चुके हैं। उनकी इस नई खोज और तकनीक की वजह से ही नई पीढ़ी इस तरफ अधिक आकर्षित हुई है। ये आने वाले डॉक्‍टरों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनी है। उन्‍होंने ये भी बताया है कि यूरोपियन इन्वेंटर अवॉर्ड सेरेमनी इस बार पहली बार डिजिटल तरीके से हो रही है। यही वजह है कि पहली बार इससे पूरी दुनिया के लोगों को जुड़ने का मौका मिला है।

गौरतलब है कि ये अवार्ड यूरोप के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्‍कारों में से एक है, जिसको हर वर्ष यूरोपियन पेटेंट ऑफिस द्वारा दिया जाता है। इपीओ इस अवार्ड को यूरोप के वैज्ञानिकों के अलावा यूरोप के बाहर सोसायटी, तकनीक और आर्थिक जगत में कुछ अनूठा करने वालों को इस पुरस्‍कार के लिए चुना जाता है। इनका चयन करते समय इस बात का खास ध्‍यान रखा जाता है कि इनका देश और दुनिया के प्रति किया गया काम अकल्‍पनीय और अतुलनीय हो। इसके अंतिम चयन वाले और पुरस्‍कार पाने वालों को पांच अलग-अलग श्रेणी से चुना जाता है। इसमें इंडस्‍ट्री, रिसर्च , एसएमई, नॉन ईपीओ देश और लाइफटाइम एचीवमेंट की श्रेणी शामिल है। इन्‍हें चुनने वाली ज्‍यूरी पूरी तरह से स्‍वतंत्र होकर इनका चयन करती है।

इस अवार्ड के लिए अपना नाम घोषित होने पर सुमित्रा ने कहा कि एक नवाचार शुरू करने के लिए जिज्ञासा और अन्वेषण सबसे जरूरी आधार है। ये कुछ ऐसा है जिसको हमें अपने बच्‍चों को सिखाने की जरूरत है। सुमित्रा मित्रा, मित्रा केमिकल कंसल्टिंग, एलएलसी में पार्टनर हैं जो विभिन्‍न कंपनियों को नई तकनीक और उसकी डेवलपमेंट, प्रोडक्‍ट, डिजाइन, कमर्शियलाइजेशन, मर्जर आदि से जुड़ी चीजों की जानकारी देती है। वर्ष 2009 में उन्‍हें अमेरिकन केमिकल सोसायटी की तरफ से हीरो ऑफ केमिकल के लिए भी चुना गया था। इसके अलावा वर्ष 2018 में उन्‍हें यूएस नेशनल इन्वेंटर्स हॉल ऑफ फेम के लिए चुना गया था। वर्ष 2021 में उन्‍हें नैनोटेक्‍नोलॉजी में किए गए उनके प्रयोगों के लिए नेशनल अकादमी और इंजीनियरिंग के लिए चुना गया।


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