Move to Jagran APP

भारत हासिल कर लेगा शिशु मृत्यु दर कम करने का लक्ष्य

भारत ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से निर्धारित सहस्राब्दि विकास लक्ष्य (एमडीजी) को अगले साल हासिल कर लेने का दावा किया है। शिशु मृत्यु दर में सुधार के बारे में विश्व समुदाय की ओर से सवाल उठाए जाने के बाद भारत को अपना रुख स्पष्ट करना पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र

By manoj yadavEdited By: Published: Sun, 28 Dec 2014 08:24 PM (IST)Updated: Mon, 29 Dec 2014 03:21 AM (IST)

नई दिल्ली। भारत ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से निर्धारित सहस्राब्दि विकास लक्ष्य (एमडीजी) को अगले साल हासिल कर लेने का दावा किया है। शिशु मृत्यु दर में सुधार के बारे में विश्व समुदाय की ओर से सवाल उठाए जाने के बाद भारत को अपना रुख स्पष्ट करना पड़ा है।

loksabha election banner

संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सहस्राब्दि लक्ष्य के मुताबिक भारत को वर्ष 2015 तक पांच वर्ष आयुवर्ग के बच्चों की मृत्यु दर को प्रति हजार बच्चों पर 42 तक लाना है। इसके अलावा शिशु मृत्यु दर को भी अगले साल तक 28 के स्तर पर लाना है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि सभी राज्यों में बाल मृत्यु दर को निर्धारित स्तर तक लाने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इसके तहत अस्पतालों में बच्चों के जन्म को प्रोत्साहन देना (प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी में), शिशुओं की देखभाल को लेकर जागरुकता लाना और डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर क्षमताओं में वृद्धि करने जैसे कदम शामिल हैं।

गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कहा था कि यदि मृत्यु दर में गिरावट की मौजूदा रफ्तार कायम रही तो भारत सहस्राब्दि लक्ष्यों को हासिल कर लेगा। वर्ष 2012 में पांच वर्ष से कम आयु वाले बच्चों की मृत्यु दर 52 थी। मातृ मृत्यु दर में भी भारत एमडीजी हासिल करने के करीब है। निर्धारित लक्ष्यों के तहत इसे वर्ष 2015 तक 140 के स्तर पर लाना है। भारत में यह आंकड़ा फिलहाल 141 है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.