चीन को टक्कर देगा भारत, पूर्वोत्तर में मजबूत करेगा रेल नेटवर्क
पूर्वोत्तर क्षेत्र में चीन को टक्कर देने के लिए भारत ने कमर कस ली है। अरुणाचल प्रदेश को लेकर भारत और चीन में हमेशा विवाद की स्थिति बनी रहती है। चीन हमेशा से इस क्षेत्र पर अपना दावा करता आया है।
नई दिल्ली। पूर्वोत्तर क्षेत्र में चीन को टक्कर देने के लिए भारत ने कमर कस ली है। अरुणाचल प्रदेश को लेकर भारत और चीन में हमेशा विवाद की स्थिति बनी रहती है। चीन हमेशा से इस क्षेत्र पर अपना दावा करता आया है। पूर्वोत्तर में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए भारत अब अरुणाचल प्रदेश में अपना रेल नेटवर्क मजबूत करने की तैयारी कर ली है। यह जानकारी रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दी है।
बताते चलें कि बीते शनिवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी अरुणाचल प्रदेश में रेलवे स्टेशन के निर्माण की जानकारी दी थी। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश की 1,126 किमी सीमा चीन से लगी हुई है। चीन इस राज्य को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताकर अपना दावा करता रहा है। पर्रिकर ने कहा था कि 'समझौता ज्ञापन (एमओयू) का मसौदा तैयार है और जल्द ही इस पर हस्ताक्षर होंगे।' हालांकि उन्होंने इस संदर्भ में और जानकारी नहीं दी थी।
उन्होंने कहा था कि परियोजना के बारे में रेल मंत्री सुरेश प्रभु को विस्तृत जानकारी दे दी गई है। मालूम हो, चीन के विदेश विभाग की प्रवक्ता हु सुनयिंग ने गत बृहस्पतिवार को कहा था, 'चीन और भारत के बीच पूर्वी सीमा को लेकर बहुत बड़ा विवाद है। यह एक ऐसा तथ्य है जिससे इंकार नहीं किया जा सकता।' बावजूद इसके शनिवार को पर्रिकर ने कहा था कि, 'अरुणाचल प्रदेश के संदर्भ में भारत-चीन के बीच सीमा विवाद में कमी आई है।'