पठानकोट एयरबेस हमले पर अमेरिका के ताजा सबूतों से फिर पाक को घेरेगा भारत
पठानकोट हमले पर मिले ताज़ा सबूतों से भारत एक बार फिर पाकिस्तान को घेरने की कोशिश करेगा।
नई दिल्ली, एएनआई। पठानकोट की वायुसेना छावनी पर हुए आतंकी हमले में अमेरिका की तरफ से जो ताजा सबूत दिए गए हैं उसे लेकर भारत एक बार फिर से पाकिस्तान को घेरने की कोशिश करेगा। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) सूत्रों के मुताबिक, पठानकोट आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की सूचना अमेरिका ने तीन महीने पहले ही दे दी थी।
अब, एनआईए की तरफ से पठानकोट हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की एक विस्तृत रिपोर्ट गृह मंत्रालय को दी जाएगी। जिसके बाद भारत एक बार फिर से पाकिस्तान को अमेरिकी से मिले ताजा सबूतों के साथ रिपोर्ट पाकिस्तान को भेजेगा।
गौरतलब है कि अमेरिका ने एनआईए को और सबूत सौंपे हैं जिसमें ये बात साफ जाहिर होती है कि पठानकोट हमले को पाकिस्तान से ही अंजाम दिया गया था। अमेरिका ने एनआईए को जानकारी दी है कि जनवरी में एयरबेस पर हुए हमले के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के हैंडलरों के फेसबुक का आईपी एड्रेस और जैश के वित्तीय मामलों को देख-रेख करने वाले संगठन अल रहमत ट्रस्ट की वेबसाइट का आईपी एड्रेस और लोकशन पाकिस्तान में ही है।
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अमेरिकी जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि जैश के हैंडलर काशिफ जान के दोस्तों तथा पठानकोट में मारे गए चारों आतंकियों (नासिर हुसैन, हाफिज अबू बकर, उमर फारूख और अब्दुल कयूम) ने जिस फेसबुक ग्रुप्स का उपयोग किया था वे जैश से जुड़े हुए थे।
नए सबूतों से ये बात पुख्ता होती है कि पठानकोट हमले की साजिश पाकिस्तान की धरती पर रची गई और वहीं से आतंकियों को निर्देश दिए गए। भारत की तरफ से लगातार पहले से ही पाकिस्तान की सरकार को इस हमले में सीमापार आतंकवाद का हाथ होने की बात दोहरायी जा रही थी। भारत सरकार ने पाकिस्तान से कहा था कि 2 जनवरी 2016 को पठानकोट की वायुसेना छावनी पर हुए आतंकी हमले की जांच करे।
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