3500 किलोमीटर तक लक्ष्य भेदने वाले अग्नि-3 का सफल परीक्षण
यह प्रक्षेपास्त्र हाइब्रिड नेविगेशन गाइडेंस एंड कंट्रोल प्रणाली के साथ एडवांस ऑन बोर्ड कंप्यूटर से लैस है।
जागरण संवाददाता, बालेश्वर (ओडिशा) : अब्दुल कलाम द्वीप से गुरुवार को मध्यम दूरी के बैलेस्टिक प्रक्षेपास्त्र अग्नि-3 का सफल परीक्षण किया गया। जमीन से जमीन पर मार करने वाला यह प्रक्षेपास्त्र परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है और 3500 किलोमीटर तक किसी भी लक्ष्य को भेद सकता है। 17 मीटर लंबा, दो मीटर चौड़ा और 50 टन वजनी यह प्रक्षेपास्त्र डेढ़ टन विस्फोटक ढोने की क्षमता रखता है।
अग्नि-3 प्रक्षेपास्त्र टेल मोबाइल सिस्टम है। यह देश में किसी भी स्थान से हवा में उड़ाया जा सकता है। यह प्रक्षेपास्त्र दो चरण वाली ठोस प्राणोदक प्रणाली से लैस है। प्रक्षेपण के आंकड़ों का विश्लेषण करने के लिए इसके मार्ग की निगरानी टेली मेट्री स्टेशनों, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल प्रणाली और तट के निकट लगे आधुनिक रडारों तथा इंपैक्ट प्वाइंट के निकट लगे नौ सैनिक जहाजों के जरिए किया गया।
यह प्रक्षेपास्त्र हाइब्रिड नेविगेशन गाइडेंस एंड कंट्रोल प्रणाली के साथ एडवांस ऑन बोर्ड कंप्यूटर से लैस है। इसका पहला परीक्षण नौ जुलाई 2006 को किया गया था। गुरुवार को इसके परीक्षण के मौके पर रक्षा मंत्रालय से जुड़े आइटीआर और डीआरडीओ के वरिष्ठ अधिकारी व वैज्ञानिक दल उपस्थित था।
यह भी पढ़ें: ट्रंप के लिए भविष्यवाणी करने वाले का दावा, 13 मई से शुरू होगा विश्वयुद्ध