कहां से ट्वीट करते हैं आइएस आतंकी, भारत ने मांगी जानकारी
भारत यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति को कार बम हमले में उड़ाने की आतंकवादी संगठन आइएस की धमकी को सरकार ने गंभीरता से लिया है। आतंकी संगठन के आत्मघाती हमला करने संबंधी ट्वीट के बाद सतर्क हुई सुरक्षा एजेंसियों ने इस बारे में नेटवर्किंग साइट ट्विटर को एक पत्र लिखा
नई दिल्ली। भारत यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति को कार बम हमले में उड़ाने की आतंकवादी संगठन आइएस की धमकी को सरकार ने गंभीरता से लिया है। आतंकी संगठन के आत्मघाती हमला करने संबंधी ट्वीट के बाद सतर्क हुई सुरक्षा एजेंसियों ने इस बारे में नेटवर्किंग साइट ट्विटर को एक पत्र लिखा है। जिसमें उस जगह की जानकारी मांगी गई है, जहां से इस्लामिक स्टेट (आइएस) आतंकी खतरनाक ट्वीट कर रहे हैं।
कंप्यूटर आइपी एड्रेस के बारे में पूछा
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार ट्विटर से उन कंप्यूटरों का आइपी (इंटरनेट प्रोटोकाल) एड्रेस मुहैया कराने के लिए कहा गया है, जिनके जरिये आतंकवादी ट्वीट कर रहे हैं। आइपी एड्रेस से उस व्यक्ति और स्थान का पता चल जाता है, जहां से संदेश भेजा जा रहा है। आइएस आतंकियों के ट्वीट का स्रोत तलाशने के काम से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, 'जिन कंप्यूटरों के जरिये ओबामा और भारत विरोधी ट्वीट किए जा रहे हैं, आतंकवादियों ने उनके आइपी एड्रेस को छिपा दिया है। सुरक्षा एजेंसियों ने ट्विटर से आइपी एड्रेस की जानकारी जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के लिए कहा है। ताकि आइएस की धमकी की गंभीरता को समय रहते समझा जा सके।
मुंबई से जुड़े आइएस आतंकियों पर शक
वैसे सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि हालिया ट्वीट मुंबई के उन तीन आतंकियों की कारस्तानी हो सकती है जो आइएस में शामिल होने के लिए इराक गए थे। ध्यान रहे कि कल्याण के चार युवा अरीब माजिद, फहीम टंकी, अमन टंडेल और फहद शेख आतंकी संगठन में भर्ती के लिए इराक गए थे। उनमें से माजिद अभी एनआइए के कब्जे में है, लेकिन बाकी तीन आइएस की ओर से सक्रिय हैं। सूत्रों ने सोमवार को जारी ट्वीट के आइएस का होने की पुष्टि कर दी है।
क्या है ट्वीट में
आइएस आतंकियों ने ट्वीट कर कहा, 'सुना है अल्लाह का दुश्मन ओबामा जल्द भारत आ रहा है। भारतीय मुसलमान रसायन का इस्तेमाल करने में पारंगत हैं। रसायन कार बम हमला एक अच्छा विकल्प हो सकता है।'