Move to Jagran APP

भारत-रूस का संयुक्‍त युद्धाभ्‍यास आज से शुरू, इसलिए है बेहद खास

भारत और रूस का नाम जोड़कर इस युद्धाभ्‍यास को 'इंद्रा' का नाम दिया गया है। भारत के करीब 400 सैनिक इसमें में हिस्‍सा ले रहे हैं।

By Pratibha Kumari Edited By: Published: Fri, 20 Oct 2017 10:41 AM (IST)Updated: Fri, 20 Oct 2017 12:25 PM (IST)
भारत-रूस का संयुक्‍त युद्धाभ्‍यास आज से शुरू, इसलिए है बेहद खास
भारत-रूस का संयुक्‍त युद्धाभ्‍यास आज से शुरू, इसलिए है बेहद खास

व्लादिवोस्तोक, एजेंसी। भारत और रूस के बीच अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्‍यास आज से शुरू होने जा रहा है। यह इसलिए सबसे ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण है, क्‍योंकि पहली बार इस साझा युद्धाभ्‍यास में भारत की तीनों सेनाएं (थल, वायु एवं नौसेना) हिस्‍सा लेने जा रही हैं। भारत और रूस का नाम जोड़कर इस युद्धाभ्‍यास को 'इंद्रा' का नाम दिया गया है। सामरिक लिहाज से भी इसे अहम माना जा रहा है।

loksabha election banner

10 दिन तक चलने वाला यह युद्धाभ्‍यास व्लादिवोस्तोक के पास जापान के सागर में आयोजित किया जा रहा है। व्लादिवोस्तोक शहर में रूस की पैसेफिक कमान का मुख्यालय है। यह एक तटीय शहर है, जो चीन और उत्तरी कोरिया के ट्राइ-जंक्शन पर है। इसलिए इस युद्धाभ्यास का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। चीन पहले ही तनाव में आ चुका है।

थलसेना, वायुसेना और नौसेना के 880 सैनिकों को इस युद्धाभ्यास के लिए रवाना किया गया है। अकेले थलसेना के ही 450 सैनिक इस युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं। नौसेना के दो युद्धपोत, सतपुड़ा और कदमत भी इस युद्धाभ्यास के हिस्सा हैं। वायुसेना के करीब 80 जवान हिस्सा ले रहे हैं।

यह भी पढ़ें: ब्रिटेन में जालियांवाला बाग पर प्रस्‍ताव पेश, नरसंहार के लिए थेरेसा मे से माफी की मांग

 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.