चीन को इस्लामिक राष्ट्र बनने से भारत ने बचाया: संघ
इस्लाम के शासक भारत में केवल शासन करने के लिए नहीं आए थे, वे इसके साथ आस-पड़ोस के मुल्कों का इस्लामीकरण भी करने आए थे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। इस्लाम के शासक भारत में केवल शासन करने के लिए नहीं आए थे, बल्कि वे इसके साथ आस-पड़ोस के मुल्कों का इस्लामीकरण भी करने आए थे। वे इसमें सफल हो जाते, लेकिन भारत ही है जिसने उनका रास्ता रोका। यही वजह है कि म्यांमार, कंबोडिया, तिब्बत, वियतनाम, इंडोनेशिया, चीन, जापान व कोरिया जैसे देश इस्लामीकरण से बच गए। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सर कार्यवाह डॉ.कृष्ण गोपाल ने कही। वे गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति में आयोजित सम्राट विक्रमादित्य के राज्य अभिषेक दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
चीन से तकरार पर संघ के सह सर कार्यवाह ने दिखाया आइना
देश के इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि जहां कोई देश बमुश्किल एक-दो साल युद्ध लड़ पाता हैं वहां भारत ने 400 वर्ष तक संघर्ष किया है, जिसमें कभी हार तो कभी जीत मिली। उन्होंने देश के इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब जीती हुई जाति पराजय का इतिहास लिखती है तो वह उसे श्रेष्ठ बताने का साहस नहीं करती। वह जानती है कि पराजित जाति की वीरता और पराक्रम का वर्णन किया तो उसमें से फिर कोई खड़ा हो जाएगा और फिर विद्रोह होगा तब फिर हार जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हमारे इतिहास की बहुत सारी बातें आज के समय के इतिहास के छात्रों को नहीं पता। इसके लिए अध्ययन करने की जरूरत है। विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त सह संगठन मंत्री विनायक राव देश पांडे ने दिल्ली के पुराने किले में सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य का स्मारक बनाने की मांग की है।