भारत रक्षा निर्यात के लिए तैयार : रक्षा मंत्री
डीआरडीओ और रक्षा उद्योगों के बीच बढ़ती साझेदारी की जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'इस तालमेल से भारत निर्मित रक्षा उत्पादों के दुनिया भर में निर्यात की कोशिशों को जरूरी रफ्तार मिली है।'
हैदराबाद, प्रेट्र। भारत विदेशी मुद्रा अर्जित करने के लिए वैश्विक बाजार में नवीनतम तकनीक से पूर्ण स्वदेश निर्मित मिसाइल प्रणाली की बिक्री को तैयार है। भारत वैश्विक रक्षा विनिर्माण हब के रूप में उभर रहा है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने सोमवार को यह जानकारी दी।
डीआरडीओ और रक्षा उद्योगों के बीच बढ़ती साझेदारी की जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'इस तालमेल से भारत निर्मित रक्षा उत्पादों के दुनिया भर में निर्यात की कोशिशों को जरूरी रफ्तार मिली है।'
डीआरडीओ के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कांप्लेक्स के दौरे पर आए रक्षा मंत्री ने कहा, 'हम इस दिशा में आवश्यक कदम उठा रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारी अत्याधुनिक मिसाइलें और हथियार प्रणाली वैश्विक बाजार की जरूरतों पर खरी उतरेगी और विदेशी मुद्रा अर्जित करेगी।' उन्होंने कहा कि देश को वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में बदलने के लिए साझेदारी की गई थी। पर्रीकर ने हालिया सफल अभियानों के लिए डीआरडीओ के सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी।
चीन को साधने के लिए वियतनाम को 'आकाश मिसाइल' बेच सकता है भारत