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भारत-अफगानिस्तान हवाई कॉरिडोर से खफा चीन ने कहा- 'जिद्दी सोच'

भारत-अफगानिस्तान हवाई कॉरिडोर से पाकिस्‍तान के साथ-साथ चीन भी परेशान हो रहा है। भारत हमेशा से चीन के वन बेल्‍ट वन रोड परियोजना का विरोध करता रहा है।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 26 Jun 2017 01:23 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jun 2017 02:24 PM (IST)
भारत-अफगानिस्तान हवाई कॉरिडोर से खफा चीन ने कहा- 'जिद्दी सोच'
भारत-अफगानिस्तान हवाई कॉरिडोर से खफा चीन ने कहा- 'जिद्दी सोच'

बीजिंग, आइएएनएस। भारत और अफगानिस्तान के बीच बने नए हवाई कॉरिडोर से चीन तिलमिलाया उठा हैं। पाकिस्तान को बाइपास कर बनाए गए इस कॉरिडोर पर चीन ने कहा, यह भारत की जिद्दी सोच है। एक चीनी दैनिक में कहा गया है कि हवाई कॉरिडोर में भारत की 'जिद्दी भू-राजनीतिक सोच' और बीजिंग की कनेक्टिविटी परियोजना का विरोध नजर आता है।     

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दरअसल, राष्ट्रपति बनने के बाद अशरफ गनी भारत के दौरे पर 2015 में आए थे। इस दौरान दोनों देशों के बीच एयर कॉरिडोर बनाने पर फैसला लिया गया था। अब भारत और अफगानिस्तान के बीच हवाई कॉरिडोर स्थापित हो गया है। काबुल से चला एक मालवाहक विमान सोमवार को नई दिल्ली में आकर उतरा। हवाई कॉरिडोर दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देने के साथ चारों ओर से जमीन से घिरे अफगानिस्तान को भारत के बाजारों तक पहुंच देगा। 

इस हवाई कॉरिडोर से पाकिस्तान के साथ-साथ चीन भी परेशान हो रहा है। चीन के एक दैनिक अखबार में सवाल उठाया गया है कि आखिर पाकिस्‍तान को दरकिनार कर भारत क्या सिर्फ अफगानिस्तान के साथ व्यापार को बढ़ावा देना चाहता है? क्या भारत को अन्य देशों के साथ आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को विकसित नहीं करना  चाहिए?

दरअसल, चारों तरफ से विदेशी जमीनों से घिरे अफगानिस्तान का आयात और निर्यात पड़ोसी देशों पर निर्भर है। लेकिन, मौजूदा वक्त में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच आतंकियों को पनाह देने के आरोपों को लेकर तल्खी चल रही है। जानकारों की मानें तो ऐसे में भारत और अफगानिस्तान के बीच सड़क मार्ग से होने वाले व्यापार में मुश्किलें आ रही थीं।

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत हमेशा से चीन के वन बेल्‍ट वन रोड परियोजना का विरोध करता रहा है। अफगानिस्‍तान के साथ हवाई कॉरिडोर स्‍थापित कर अब भारत, पाकिस्‍तान पर दवाब बना रहा है। भारत, पाकिस्‍तान पर चीन-पाक आर्थिक कॉरिडोर से पीछे हटने को मजबूर कर रहा है। दरअसल, एक बाजार के तौर पर भारत में चीन अपना भविष्य देखता है। लेकिन 'वन बेल्ट, वन रोड' के जरिए वो भारत को घेरने की कोशिश भी कर रहा है। चीन की इस कोशिश का भारत ने विरोध करते हुए कहा भी है कि भारतीय संप्रभुता के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है।

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