बीते दस सालों में 3 को लटकाया गया फांसी के फंदे पर
सुप्रीम कोर्ट से फांसी की सजा तय होने के बाद याकूब मेमन को कल नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा। इसी के साथ याकूब को अगर फांसी दी जाती है तो आजाद भारत में फांसी की सजा पाने वाला वह 57वां व्यक्ति होगा।
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट से फांसी की सजा तय होने के बाद याकूब मेमन को कल नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा। इसी के साथ याकूब को अगर फांसी दी जाती है तो आजाद भारत में फांसी की सजा पाने वाला वह 57वां व्यक्ति होगा।
अगर हम नेश्नल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों की बात करें तो 1303 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। सभी फांसी की सजाओं का ऐलान 2004 से 2014 के बीच किया गया है। हालांकि बीते 10 सालों में तीन लोगों को ही फांसी पर लटकाया गया। यही नहीं पिछले दस सालों में सुप्रीम कोर्ट ने 3,751 मौत की सजा को उम्र कैद में बदलने का फैसला सुनाया। जिनको फांसी दी गई उनका आंकड़ा इस तरह से है।
-अगस्त 2004 में बलात्कार और हत्या के दोषी धनंजय चटर्जी को कोलकाता में फांसी पर लटकाया गया था।
-नवंबर 2012 में 26/11 हमले के दोषी अजमल कसाब को पुणे के यरवदा जेल में फांसी दी गई थी।
-फरवरी 2013 में संसद हमले के दोषी अफजल गुरू को तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाया गया था।