गवाही दी तो आसाराम का सारा कुनबा जेल में होगा: चावला
1996 में कथा वाचक आसाराम के प्रवचन सुने। आत्मा, परमात्मा और ज्ञान की बातें अच्छी लगी। तभी से मैंने आसाराम को गुरु मान लिया था और 1998 में उनके चरणों में पहुंच गया। मां, भाई और रिश्तेदारों को त्याग कर आसाराम की भक्ति में समर्पित हो गया। जिस आसाराम व
जागरण संवाददाता, पानीपत। 1996 में कथा वाचक आसाराम के प्रवचन सुने। आत्मा, परमात्मा और ज्ञान की बातें अच्छी लगी। तभी से मैंने आसाराम को गुरु मान लिया था और 1998 में उनके चरणों में पहुंच गया। मां, भाई और रिश्तेदारों को त्याग कर आसाराम की भक्ति में समर्पित हो गया। जिस आसाराम व उनके बेटे नारायाण स्वामी को जोगी मानता था वे भोगी निकले। वे मेरे सामने आश्रम में आने वाली महिलाओं का शारीरिक शोषण करते थे। यह रूप देखकर उनके किए की सजा दिलाने का बीड़ा उठा लिया। अब मेरी गवाही हुई तो आसाराम, उसका बेटा नारायण साई, पत्नी व बेटी भी जेल की सलाखों के पीछे जा सकते हैं। इसी डर के मारे आसाराम व नारायण साई ने मुझ पर जानलेवा हमला कराया है। हमले आगे भी हो सकते हैं, लेकिन मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं।
उक्त बातें दुष्कर्म के मामले में आसाराम और उसके बेटे नारायण साई के खिलाफ मुख्य गवाह महेंद्र चावला ने कही। चावला ने बताया कि जब से यौन शोषण के मामले में उसने आसाराम के खिलाफ जोधपुर में गवाही दी है तभी से पानीपत का एक युवक अन्य दो युवकों के साथ उसे धमकी दे रहा था। बुधवार सुबह दो हमलावर उसके सनौली खुर्द के कमरे में आए और उस पर गोली चला दी। वह छत से नीचे कूदा तो गोली उसकी पीठ में लगी और माथा जमीन से टकरा गया। महेंद्र चावला ने बताया कि आसाराम के पास कालाधन भी खूब है। आसाराम ने 2004 में 900 करोड़ रुपये ब्याज पर भी दिए थे।
पढ़ेंः आसाराम मामले के गवाह का परिवार दहशत में, सुरक्षा बढ़ाई
पढ़ेंः'सलमान ने ऐसा क्या जादू किया कि 20 मिनट भी जेल में नहीं रहा'