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जाधव पर ICJ का फैसला: बलूचिस्तान में भारत को घेरने की साजिश नाकाम

कुलभूषण जाधव पर अंतरराष्ट्रीय अदालत के फैसले से बलूचिस्तान की अपनी आजादी की लड़ाई को भी बल मिलेगा।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Fri, 19 May 2017 12:50 AM (IST)Updated: Fri, 19 May 2017 09:56 AM (IST)
जाधव पर ICJ का फैसला: बलूचिस्तान में भारत को घेरने की साजिश नाकाम

नीलू रंजन, नई दिल्ली। कुलभूषण जाधव पर अंतरराष्ट्रीय अदालत के फैसले ने बलूचिस्तान में आतंकवाद को लेकर भारत को घेरने की पाकिस्तान की कोशिश की हवा निकाल दी है। जाधव की बलूचिस्तान में गिरफ्तारी दिखाकर पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में यह साबित करने की कोशिश की थी कि भारतीय खुफिया एजेंसी वहां आतंकी गतिविधियों में लिप्त है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय अदालत ने अपने अंतरिम फैसले में साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के पास इस दावे की पुष्टि के लिए ठोस सबूत नहीं है। इससे बलूचों की आजादी की लड़ाई को भी बल मिलेगा।

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अंतरराष्ट्रीय अदालत के फैसले का बलूचिस्तान में आजादी की लड़ाई पर पड़ने वाले असर को पाकिस्तान के भीतर भी महसूस किया जा रहा है। पाकिस्तानी सेना के सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल तलत मसूद के अनुसार कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान ने भारत को अंतरराष्ट्रीय जगत में घेरने की भरसक कोशिश की। इसके लिए जाधव से जुड़े सबूतों के साथ सभी देशों में विशेष दूत भेजे गए। पड़ोसी देशों में आतंकवादी भेजने के लिए बदनाम पाकिस्तान बलूचिस्तान में आतंकवाद के लिए भारत को घेरने की कोशिश कर रहा था, लेकिन किसी देश में भारत के खिलाफ पाकिस्तान के दावे को तवज्जो नहीं दी। लेफ्टिनेंट जनरल तलत मसूद ने कहा कि अब पाकिस्तान को भारत का पलटवार झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय अदालत के सामने पाकिस्तान यह साबित करने में बुरी तरह विफल रहा कि कुलभूषण जाधव को बलूचिस्तान में ही गिरफ्तार किया गया है। इससे भारत के इस दावे को बल मिला है कि जाधव को इरान से अगवा कर पाकिस्तान लाया गया और उसे फर्जी दस्तावेजों और स्वीकारोक्ति के सहारे रॉ एजेंट साबित करने की कोशिश की गई। अब कुलभूषण के बलूचिस्तान की गिरफ्तारी पर ही सवाल खड़ा होने के बाद पाकिस्तान के फर्जी सबूतों की हवा निकल गई है।

अदालत के फैसले ने परोक्ष रूप से बलूचों की आजादी की अपनी लड़ाई पर भी मुहर लग गई है। पाकिस्तान बलूचों की आजादी लड़ाई को भारत प्रायोजित आतंकवाद करार करने की कोशिश करता रहा है और आजादी की मांग करने वाले बलूच नेताओं पर रॉ का एजेंट होने का आरोप लगाता है। कुलभूषण जाधव के सहारे पाकिस्तान बलूचिस्तान में किये जा रहे दमन को सही साबित करना चाहता था। लेकिन दुनिया के सामने पाकिस्तानी साजिश पूरी तरह बेनकाब हो गई है।

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