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तबादले से पहले ही इस्तीफे पर कर रहा था विचार

महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद छोड़ने के एक दिन बाद के शंकर नारायणन ने कहा कि वह कुछ समय से इस्तीफे पर विचार कर रहे थे। 'उचित व्यक्ति' का आदेश आने के बाद उन्होंने पद छोड़ने का निर्णय लिया। उनके फैसले से कांग्रेस आलाकमान सहमत था।

By Edited By: Published: Mon, 25 Aug 2014 09:21 PM (IST)Updated: Tue, 26 Aug 2014 07:12 AM (IST)
तबादले से पहले ही इस्तीफे पर कर रहा था विचार

मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद छोड़ने के एक दिन बाद के शंकर नारायणन ने कहा कि वह कुछ समय से इस्तीफे पर विचार कर रहे थे। 'उचित व्यक्ति' का आदेश आने के बाद उन्होंने पद छोड़ने का निर्णय लिया। उनके फैसले से कांग्रेस आलाकमान सहमत था।

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शंकर नारायणन ने यह भी कहा कि उन्होंने मिजोरम के अपने तबादला आदेश को भी नहीं देखा था। पूर्व राज्यपाल ने बताया, 'आदेश डेढ़ बजे आया लेकिन मैं यह सुबह नहीं देख सका था। राष्ट्रपति भवन से तबादला आदेश आने के बहुत पहले से ही मैं इस्तीफा देने के बारे में सोच रहा था। राज्यपालों का तबादला करने के लिए सरकार और राष्ट्रपति भवन के पास सभी शक्तियां हैं। लेकिन मिजोरम जाना मेरे लिए सुविधाजनक नहीं था।' उन्होंने कहा, 'जब गृह सचिव ने इस्तीफा देने के लिए फोन किया तो मैंने कहा कि यह सही तरीका नहीं है और उचित व्यक्ति से यह आदेश आने दो। अब यह आ गया है और मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया।'

केरल कांग्रेस के 82 वर्षीय दिग्गज नेता ने बताया कि इस्तीफे के लिए उन पर कोई दबाव नहीं था। साथ ही संकेत दिया कि आदेश मिलने के बाद उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को बताया था। शंकर नारायणन ने कहा, 'वे मुझसे सहमत थे।' उनके तबादले के पीछे राजनीतिक बदले के खेल के सवाल पर उन्होंने कहा, 'मैं राजनीतिक बदले की बात को नहीं मानता हूं। यह मौजूदा सरकार का दृष्टिकोण हो सकता है। जब एक नई पार्टी की सरकार बनती है तो राजनीतिक मुद्दे हमेशा हावी रहते हैं।'


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