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भारत के अलावा अन्‍य देशों में भी है दिवाली का क्रेज, ऐसे मनाातेे है वहां त्‍योहार

आइए जानेे कुछ देशों के बारे में जहां फायर फेस्टिवल्‍स मनाएं जाते हैं। जापानी खास तरह के सफेद कपड़े पहनकर टॉर्च को घुमाते हैं। आग से हैरतअंगेज करतब दिखाना इस फेस्टिवल को शुभ बनाता है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 26 Oct 2016 11:49 AM (IST)Updated: Thu, 05 Jan 2017 12:41 PM (IST)

दिवाली का त्योहार करीब है और इसकी तैयारियां जोरशोर से चल रही है। सभी जगह बाजार सज गए हैं तो लोगों ने भी अपनी शॉपिंग शुरू कर दी है। रोशनी और आतिशबाजी के इस त्योहार को देशभर में क्रेज है। लेकिन यह पर्व अब केवल हिंदू या हिंदुस्तान तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसे विदेशों में भी मनाया जाता हैं। कई देशों में दिवाली की तरह ही फायर फेस्टिवल मनाया जाता है जो कि अलग-अलग नाम से मशहूर हैं। इन्हें मनाने के पीछे भी मान्यताएं हैं।

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आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ देशों के बारे में जहां फायर फेस्टिवल्स मनाएं जाते हैं:

लेस्टर, ग्रेट ब्रिटेन

भारत के बाहर दिवाली का सबसे बड़ा सेलिब्रेशन अगर कहीं होता है तो वह है ब्रिटेन के जंगलों से घिरे खूबसूरत शहर लेस्टर में। वहां रहने वाला हिंदू , जैन और सिख समुदाय तो इस पर्व को धूमधाम से मनाता ही है, साथ में दूसरे धर्म के लोग भी इसे अपने त्योहार के रूप में मनाते हैं। लोग दिवाली पर दीये जलाने और आतिशबाजी का आनंद लेते हैं।

दिवाली के दिन लोग पार्कों में और स्ट्रीट पर ग्रुप में इकट्ठा होकर पटाखे छोड़ते हैं। इसके अलावा वहां लोग इस दौरान मिठाई भी अपने रिश्तेदारों में बांटते हैं।

थाइलैंड :

थाइलैंड में दिवाली को लाम क्रियोंघ के नाम से मनाया जाता है। केले की पत्तियों से बने दीपक और धूप को रात में जलाया जाता है। उसके साथ पैसा भी रखा जाता है। जलते हुए इस दीप को नदी के पानी में बहा देते हैं।

स्कॉटलैंड :

हर साल जनवरी के आखिरी मंगलवार को लेर्विक में एक प्रकाशोत्सव आयोजित किया जाता है जिसे वे अप हेली आ कहते हैं। यह वास्तव में दिवाली का ही रूप है। इस त्योहार में लोग प्राचीन समुद्री योद्धाओं जैसी ड्रेस पहने हाथ में मशाल लिए जुलूस निकालते हैं। पूरा शहर रोशनी से घिरा रहता है।

जापान :

हर साल जनवरी माह में शुरू होने वाला ओनियो फेयर फेस्टिवल यहां का सबसे प्राचीन त्यौहार है। यहां फुकुओका में दिवाली जैसा प्रकाशमयी त्योहार धूमधाम से मनता है। इस दौरान छह मशाल जलाई जाती हैं जो कि आपदा को खत्म करने के प्रतीक के रूप में होती है। इसमें आग की बत्ती को मंदिर से निकाल कर दूसरे जगह तक ले जाया जाता है। जापानी खास तरह के सफेद कपड़े पहनकर टॉर्च को घुमाते हैं। आग से हैरतअंगेज करतब दिखाना इस फेस्टिवल को शुभ बनाता है।

फ्लोरिडा :

फ्लोरिडा के अल्टूना शहर में हर साल 31 अक्टूबर से 1 नवंबर मनने वाला ‘सैमहेन’ फेस्टिवल बहुत शानदार होता है। भूतों के सम्मान में आयोजित इस त्योहार के दौरान बोन फायर जलाई जाती है। मनोरंजन और अलग-अलग थीम्स पर आयोजित होने के कारण बाहरी लोग भी यहां पहुंचकर हैरतअंगेज कारनामों का जमकर लुत्फ उठाते हैं।

कनाडा:

कनाडा के ‘न्यूफाउंड लैंड’ में 5 नवंबर को दिवाली की तरह एक रात आती है। यहां आतिशबाजी की खुशी के पीछे बताया जाता है कि अंग्रेज एवं आयरिश लोग अच्छी जिंदगी की तलाश में इधर आए थे और वही आज कनाडा कहलाता है। बोनफायर में मस्ती का आलम यह है कि मकान, खिड़कियां भी रंग देते हैं।

इंग्लैंड:

एक पर्व 1605 से मनाया जा रहा है जो कि ब्रिटेन में अलग ही मायना रखता है। आधी रात आते ही ऑटरी सेंट मैरी शहर रोशनी से प्रज्जवलित हो उठता है। इस फायर फेस्टिवल को हर साल 5 नवंबर को मनाया जाता है। डेवन के दौरान लोग सत्तरह फ्लैमिंग बैरल लेकर रोड पर मार्च करते हैं। झर्राटेदार बैरल और पटाखे हर उम्र के लोगों के हाथ में देखे जाते हैं, जो अंत में शहर के बीचों-बीच एकत्रित होकर बोनफायर भी जलाते हैं।


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