इतिहासकारों ने महापुरुषों के बारे में तथ्य छिपाए
केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आरोप लगाया कि देश पर वर्षों तक शासन करने वाले परिवार ने इतिहासकारों पर महान देशभक्तों और महापुरुषों के बलिदान और राष्ट्रीय नेताओं की रहस्यमयी मौतों से संबंधित तथ्य छिपाने के लिए दबाव बनाया। वेंकैया का इशारा साफ-साफ कांग्रेस की ओर था।
गुंटूर। केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आरोप लगाया कि देश पर वर्षों तक शासन करने वाले परिवार ने इतिहासकारों पर महान देशभक्तों और महापुरुषों के बलिदान और राष्ट्रीय नेताओं की रहस्यमयी मौतों से संबंधित तथ्य छिपाने के लिए दबाव बनाया। वेंकैया का इशारा साफ-साफ कांग्रेस की ओर था।
शहरी विकास मंत्री ने कहा, 'बाल गंगाधर तिलक, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और कई अन्य महान देशभक्तों को इतिहास में वाजिब स्थान नहीं दिया गया। सुभाष चंद्र बोस, डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की रहस्यमय मौत से संबंधित तथ्य भी दबाए गए।'
पेनुमाका गांव के पास डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सामाजिक अध्ययन संस्थान के भूमि पूजन के अवसर पर उन्होंने कहा, 'समाजवाद, साम्यवाद और अन्य पश्चिमी विचारधाराओं से प्रेरित कुछ इतिहासकार भी इतिहास के तथ्यों को उजागर करने में विफल साबित हुए।' मंत्री ने कहा कि युवाओं में देशभक्ति और राष्ट्रीयता की भावना जगाने की जरूरत है। साथ ही सामाजिक अन्याय, जातिवाद और महिलाओं के प्रति भेदभाव को भी खत्म करने की आवश्यकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कहा कि सरकार समाज से असमानता की बुराई को उखाड़ फेंकने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए जन-धन योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी कई योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भविष्य में भी इस दिशा में कई जरूरी कदम उठाएगी।