गोडसे की मूर्ति तोड़ने को लेकर हिंदू महासभा ने चेतावनी
हिंदू महासभा के संस्थापक सदस्य रहे लाला लाजपत राय का बलिदान दिवस शुक्रवार को दौलतगंज कार्यालय में मनाया गया।
नईदुनिया, ग्वालियर। अखिल भारत हिंदू महासभा के ग्वालियर स्थित दौलतगंज कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का मंदिर बनने से शहर में तनाव की स्थिति बन गई है। कांग्रेस सड़कों पर उतरने की तैयारी में है, वहीं हिन्दू महासभा भी आक्रामक रुख अख्तियार कर चुकी है।
शुक्रवार को महासभा की बैठक के ठीक पहले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैलाश नारायण शर्मा ने बयान दिया कि यदि गोडसे की प्रतिमा को हटाया गया तो हम महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़ेंगे। हालांकि, शाम को संगठन ने स्पष्टीकरण देते हुए इसे जल्दबाजी में दिया गया बयान बताया।
हिंदू महासभा के संस्थापक सदस्य रहे लाला लाजपत राय का बलिदान दिवस शुक्रवार को दौलतगंज कार्यालय में मनाया गया। इस अवसर पर जब मीडिया ने हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैलाश नारायण शर्मा से सवाल किया कि कांग्रेस गोडसे की मूर्ति हटाने की बात कह रही है तो उन्होंने महात्मा गांधी की मूर्तियों को तोड़ने की बात कही। इसके बाद संगठन की बैठक में बयान को लेकर हिंदू महासभा के नेता ही दो गुटों में बंट गए। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अपने बयान पर अड़े थे और कुछ युवा कार्यकर्ता इस बयान से सहमत भी थे, जबकि राष्ट्रीय नेता जयवीर भारद्वाज व पार्षद बाबूलाल चौरसिया का कहना था कि इस बयान से शहर में तनाव फैल सकता है।
हिंसात्मक कार्रवाई की कोई जरूरत नहीं है, कानून के हिसाब से लड़ाई लड़ी जाएगी। जब दक्षिण भारत व देश में हिंदू मठों में अपने गुरुओं की मूर्ति स्थापित कर पूजा की जाती है तो गोडसे का मंदिर बनाकर पूजा क्यों नहीं कर सकते। यदि कांग्रेसी पत्थर फेंकेंगे, मूर्ति उठाकर ले जाएंगे, प्रशासन ताला लगाएगा तो हमारे लिए न्यायालय का दरवाजा खुला है। काफी बहस के बाद शाम को अखिल भारत हिंदू महासभा ने स्पष्टीकरण जारी किया कि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने अति उत्साह व उत्तेजना में यह बयान दे दिया था, वह अपना बयान वापस ले रहे हैं।
कानूनी सलाह लेंगे
कलेक्टर के नोटिस पर बैठक में निर्णय लिया गया कि कानूनी सलाहकारों से परामर्श के बाद संगठन जवाब देगा। साथ ही यदि प्रशासन मंदिर हटाता है तो हिंदू महासभा न्यायालय जाएगी। इसके अलावा मंदिर प्रतिदिन सुबह नौ से 12 बजे तक खुलेगा। शुक्रवार को गोडसे के मंदिर में शिवाजी, महाराणा प्रताप, गुरु गोविंद सिंह, बाल गंगाधर तिलक, सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह आदि के चित्र स्थापित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
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