हाईस्पीड ट्रेन में खुद लग जाएंगे ब्रेक
नवंबर से आगरा तथा नई दिल्ली के बीच दौड़ने वाली हाई स्पीड ट्रेन में सुरक्षा के सभी माकूल इंतजाम किए जाएंगे, जिससे ड्राइवर की गलती को एक सेकेंड में पकड़ा जा सकेगा। कोई खतरा होने पर हाई स्पीड ट्रेन में ऑटोमेटिक ब्रेक लग जाएंगे। इसके लिए इंजन में ट्रेन कोलीजन अवॉयडेंस [टीसीए] सिस्टम लगाया जाएगा।
लखनऊ। नवंबर से आगरा तथा नई दिल्ली के बीच दौड़ने वाली हाई स्पीड ट्रेन में सुरक्षा के सभी माकूल इंतजाम किए जाएंगे, जिससे ड्राइवर की गलती को एक सेकेंड में पकड़ा जा सकेगा। कोई खतरा होने पर हाई स्पीड ट्रेन में ऑटोमेटिक ब्रेक लग जाएंगे। इसके लिए इंजन में ट्रेन कोलीजन अवॉयडेंस [टीसीए] सिस्टम लगाया जाएगा।
आगरा-नई दिल्ली के बीच नवंबर में हाई स्पीड ट्रेन चलने जा रही है। इससे दिल्ली महज 75 से 90 मिनट के बीच पहुंच सकेंगे। ट्रैक को मजबूत करने के अलावा सिगनल और प्वाइंट्स की मरम्मत का कार्य चल रहा है। इन सबके बीच पिछले दिनों लखनऊ में टीसीए सिस्टम का प्रदर्शन किया गया। यह नया सिस्टम कई ट्रेनों में लगा है, जिसके रिजल्ट अच्छे मिले हैं। प्रदर्शन के दौरान समय रहते ड्राइवर की गलती को पकड़ लिया गया और खतरा भांपते ही खुद ब खुद ब्रेक लग गए। इस सिस्टम को रिसर्च डेवलपमेंट एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन [आरडीएसओ] ने मेधा, केर्नेक्स और एचबीएल कंपनियों के सहयोग से विकसित किया है।
आरडीएसओ के एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि ट्रेन की स्पीड 140 से 180 किमी प्रति घंटा के बीच रहेगी, इससे ट्रेन में टीसीए सिस्टम लगाना जरूरी होगा।
ऐसे सिस्टम करेगा कार्य
टीसीए सिस्टम पर प्रति किमी 10 से 12 लाख रुपये का खर्च आएगा। ट्रेन के इंजन, ट्रैक और स्टेशन इंटरलॉकिंग पर उपकरण लगाए जाएंगे, जो एक-दूसरे से जुड़े होंगे।
टीसीए सिस्टम के फायदे
- ड्राइवर द्वारा ब्रेक में चूक होने पर खुद ब खुद ब्रेक लगेंगे।
- ट्रेन ड्राइवरों के लिए यूजर फ्रेंडली मॉनीटर।
- कैब सिगनलिंग।
- कोहरे में अत्यंत सुविधाजनक।
- गाड़ी को लाल सिगनल पार नहीं होना देगा, इससे पहले ही ट्रेन पर ब्रेक लग जाएंगे।
- निर्धारित सीमा के अनुरूप स्पीड का सुपरविजन आसानी से हो सकेगा।