हेमंत बोले, बाहरी लोगों को नौकरी दी तो फोड़ देंगे माथा
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की तर्ज पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी प्रदेश में बाहरी लोगों के विरोध का सुर उठाया है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बगैर स्थानीयता नीति तय किए सरकारी नौकरी देने की कोशिश मुख्यमंत्री रघुवर दास को भारी पड़ेगी और इससे प्रदेश
जागरण संवाददाता, दुमका। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की तर्ज पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी प्रदेश में बाहरी लोगों के विरोध का सुर उठाया है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बगैर स्थानीयता नीति तय किए सरकारी नौकरी देने की कोशिश मुख्यमंत्री रघुवर दास को भारी पड़ेगी और इससे प्रदेश अशांत होगा। उन्होंने खुली चुनौती दी कि बाहरी लोगों को नौकरी दी गई तो माथा फोड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी हथियार उठाएगा तो सरकार रोक नहीं पाएगी।
दुमका जिले में झामुमो के 36वें स्थापना दिवस समारोह में हेमंत सोरेन खूब गरजे-बरसे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास तक को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकार आदिवासी-मूलवासी, दलित व गरीब विरोधी है। रघुवर सरकार बाहरी लोगों को नौकरी देने के लिए उनके मुख्यमंत्रित्व काल में लाए गए कानूनों को बदलने में जुटी है।
नौजवानों को ललकारते हुए कहा कि वे पढ़ाई व डिग्री लेकर क्या करेंगे, जब नौकरी ही नहीं मिलेगी। इसलिए युवा कॉलेज छोड़ कर संघर्ष का रास्ता अपनाएं। अगर बाहरी लोगों को नौकरी मिली तो राज्य में बड़ा आंदोलन कर विधि-व्यवस्था ठप कर दी जाएगी। आदिवासी-मूलवासी ने हथियार उठा लिया तो प्रदेश की पुलिस भी कुछ नहीं कर पाएगी।
झामुमो महासचिव सुप्रियो भïट्टाचार्य ने कहा कि बाहर से नौकरी करने आए लोगों का हाथ-पांव भी तोड़ा जाएगा। वहीं, पूर्व की हेमंत सरकार की सहयोगी कांग्रेस ने उन्हें मर्यादा में रहने की नसीहत दी है।
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