बारिश और बर्फबारी से उत्तर भारत ठिठुरा
उत्तर भारत के पहाड़ों पर शनिवार को रात गए शुरू हुआ बर्फबारी और मैदानों में बारिश का सिलसिला सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। बारिश से हुए हादसों में विभिन्न राज्यों में नौ लोगों की मौत हो गई। मौसम का सबसे अधिक रौद्र रूप जम्मू-कश्मीर में देखने को मिला।
नई दिल्ली, जेएनएन। उत्तर भारत के पहाड़ों पर शनिवार को रात गए शुरू हुआ बर्फबारी और मैदानों में बारिश का सिलसिला सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। बारिश से हुए हादसों में विभिन्न राज्यों में नौ लोगों की मौत हो गई।
मौसम का सबसे अधिक रौद्र रूप जम्मू-कश्मीर में देखने को मिला। यहां निचले इलाकों में मौसम का पहला भारी हिमपात हुआ। वहीं जम्मू में मूसलधार बारिश ने मैदानी इलाकों की हालत बिगाड़ कर रख दी। उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा जिले में बर्फ का तोंदा गिरने से 15 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। बर्फबारी के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है, जिससे सैकड़ों वाहन फंसकर रह गए हैं। बारामुला-श्रीनगर-काजीगुंड-बनिहाल के बीच रेल सेवा ठप रही और कश्मीर व गुलाम कश्मीर के बीच चलने वाली कारवां-ए-अमन बस सेवा भी स्थगित कर दी गई। इस बीच, प्रशासन ने घाटी के उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फीले तूफान और हिमस्खलन की आशंका जताते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। पुलिस, बाढ़ नियंत्रण विभाग, स्वास्थ्य और पीडब्ल्यूडी विभाग के अलावा सिविल डिफेंस को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सचेत रहने को कहा गया है। बनिहाल के निकट वाल टेंगू नाड के पास हिमस्खलन की आशंका को देखते हुए पुलिस व सेना ने 27 परिवारों के 58 लोगों को सुरक्षित नोगुग क्षेत्र में पहुंचाया।
उत्तराखंड में भी बारिश से जनजीवन थम सा गया और बढ़ गई। चारधाम समेत गढ़वाल-कुमाऊं मंडल की तमाम चोटियों पर सोमवार को बर्फ की परत और मोटी हो गई। केदारनाथ में करीब पांच फुट तक बर्फबारी हुई। राज्य के अन्य हिस्सों में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश का क्रम बना रहा।
तेज हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश ने राजधानी दिल्ली को सराबोर कर दिया। इससे जाती हुई ठंड एक बार फिर लौट आई।
पंजाब में बारिश के कारण रविवार को एक घर की छत गिर गई। इस हादसे में घर में सो रहे परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। हरियाणा में भी बारिश से किसानों को नुकसान हुआ और शहरी जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर बारिश के साथ ओले भी पड़े। सीतापुर और अमरोहा में मकान की छत गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। यहां मुख्यमंत्री ने किसानों को फसलों का मुआवजा देने की घोषणा की है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार से वर्षा-बर्फबारी में कमी आएगी।
हिमाचल प्रदेश में मौसम के बिगड़े मिजाज अब जान पर भारी पडऩे लगे हैं। कुल्लू जिला के निरमंड विकास खंड की गड़ेज पंचायत के डरोपा गांव में मकान पर चट्टान गिरने से महिला व उसके 14 दिन के बेटे की मौत हो गई जबकि चंबा जिला के जनजातीय क्षेत्र पांगी के छौ नाला के निकट हिमस्खलन की चपेट में आने से दंपती चंद्रभागा नदी में बह गया। प्रदेश भर में हिमाचल पथ परिवहन निगम के 250 रूट प्रभावित हुए हैं।