कौटिल्य को बाल प्रतिभा सम्मान, 10 लाख रुपये मिले
शुक्रवार को के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विलक्षण प्रतिभा के धनी करनाल के कोहंड निवासी पौने छह वर्षीय कौटिल्य को बाल प्रतिभा सम्मान से पुरस्कृत किया। चंडीगढ़ स्थित अपनेनिवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में हुड्डा ने दस ल
चंडीगढ़ [जागरण ब्यूरो]। शुक्रवार को के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विलक्षण प्रतिभा के धनी करनाल के कोहंड निवासी पौने छह वर्षीय कौटिल्य को बाल प्रतिभा सम्मान से पुरस्कृत किया। चंडीगढ़ स्थित अपनेनिवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में हुड्डा ने दस लाख रुपये का चेक व प्रशस्ति पत्र कौटिल्य को सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चा विलक्षण प्रतिभा का धनी है। वह देश व विदेश जहां भी पढ़ना चाहे, प्रदेश सरकार उसका पूरा खर्चा उठाएगी। कौटिल्य रिश्ते में विधानसभा अध्यक्ष का पोता है।
ये तो आपने बहुत बड़ी बात कह दी
मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने जैसे ही कहा कि वह चाहते हैं अल्बर्ट आइंस्टीन की तरह विश्व पटल पर कौटिल्य का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा जाए तो कौटिल्य ने तपाक से कहा, अरे! आपने तो बहुत बड़ी बात बोल दी।
बहुत बड़े आदमी हैं ये तो
सम्मान समारोह के दौरान मीडिया ने कौटिल्य से कहा कि वह कुछ सवाल मुख्यमंत्री से पूछें, तो इस पर उसने कहा कि यह तो बहुत बड़े आदमी हैं, मैं इनसे कैसे सवाल पूछ सकता हूं?
और बाल सुलभ मन में घर कर गई बात
कौटिल्य को गूगल ब्वॉय का नाम मिलने के पीछे भी रोचक तथ्य छुपे हैं। कौटिल्य के दादा जयकिशन शर्मा सात महीने पहले तक उसे अधिक स्नेह नहीं करते थे। कौटिल्य की बहन मृदुल उन्हें अधिक प्यारी थीं। यह बात कौटिल्य को हमेशा खलती थी।
एक दिन इस बच्चे ने दादा से पूछा, क्या आप मेरे दादा नहीं हो, क्योंकि आप मुझे प्यार नहीं करते? इस पर जयकिशन शर्मा ने कहा कि तुम पढ़ते तो हो नहीं, मैं उन सब का दादा हूं जो बुद्धिमान हैं। फिर क्या था, यह शब्द कौटिल्य के मन में उपदेश की तरह घर कर गए। उसने पढ़ाई से ऐसी लगन लगाई कि आज परिणाम सबके सामने है।
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