नये चोले में ज्यादा सक्रिय हुआ हाफिज, भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा
संगठन की तरफ से कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को उकसाने की नई मुहिम शुरु की गई है।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। जिस बात का शक भारत पहले से कर रहा था वह सही साबित हो रहा है। जमात उद दावा और इसके मुखिया हाफिज सईद पर अंकुश लगाने का पाकिस्तान का दावा पूरी तरह से खोखला साबित होने लगा है। जमात ने सिर्फ अपना चोला बदला है और अब वह तहरीक-ए-आजादी जम्मू कश्मीर के नाम से भारत विरोधी गतिविधियों को तेजी से अंजाम देने में जुटा हुआ है।
संगठन की तरफ से कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को उकसाने की नई मुहिम शुरु की गई है। इसके लिए भर्तियां भी हो रही हैं। लाहौर से लेकर गुलाम कश्मीर में कश्मीरी आतंकियों की मदद के लिए चंदा जुटाने की मुहिम भी चलाई जा रही है। यह सब काम वह न सिर्फ पाकिस्तानी हुक्मरानों की नाक के नीचे कर रहा है बल्कि इनसे उसे पूरी मदद भी मिल रही है।
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक पिछले एक पखवाड़े के दौरान जमात उद दावा (जेयूडी) के नए संगठन तहरीक-ए-आजादी की बढ़ी गतिविधियां बताती हैं कि जेयूडी के मुखिया हाफिज सईद की नजरबंदी की बात पूरी तरह से बेमानी है। गुरुवार को ही लाहौर में इस संगठन ने एक बड़ी भारत विरोधी रैली निकाली है जिसे पाकिस्तान की मीडिया ने भी खूब दिखाया है। इसमें जेयूडी के तमाम बड़े नेताओं ने भारत के खिलाफ खूब जहर उगला है।
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पिछले सोमवार को राजधानी इस्लामाबाद के इनवॉय होटल में इस संगठन ने कश्मीर मुद्दे को नए सिरे से हवा देने के लिए सोशल साइट्स चलाने वालों, युवा नेताओं, राजनेताओं आदि की एक बैठक आयोजित की। इसमें कश्मीर में चल रहे आंदोलन को किस तरह से हर तरह से मदद पहुंचाई जाए, इसका विमर्श हुआ। इस तरह के आयोजन हर बड़े शहरों में हो रहे हैं।
पिछले 8-9 वर्षो में यह तीसरा मौका है जब हाफिज सईद ने अपने संगठन का सिर्फ चोगा बदला है लेकिन उसकी गतिविधियों का केंद्र भारत के खिलाफ आतंक की पौध तैयार करना ही रहा है। सईद व उसके संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा को वर्ष 2008 के मुंबई हमले का मुख्य कर्ता-धर्ता माना जाता है। जब इस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाये गये तो इसने चालाकी से इसका नाम बदल कर जेयूडी कर लिया। अब जबकि भारत की कोशिशों के बावजूद जेयूडी पर भी पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र का प्रतिबंध लग गया है तो यह अब नए अवतार में आ गया है। तहरीक-ए-आजादी जम्मू कश्मीर की गतिविधियों से यह भी साफ है कि जमात व उसके मुखिया पर पाकिस्तान की तरफ से लगाई गई पाबंदी सिर्फ दिखावा है।
बासित को भारत की चेतावनी
भारत ने बासित की तरफ से कश्मीर पर दिए गए बेहद भड़काऊ बयान की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि बासित को कूटनीतिक तौर तरीके का लिहाज करना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने की आदत से भी बाज आने की नसीहत दी है। पाकिस्तान को सलाह दी गई है कि वह अपने यहां की आतंकी गतिविधियों को रोकने की कोशिश करे। इसकी वजह से ही ने पूरे दक्षिण एशिया में शांति भंग हो रही है बल्कि पाकिस्तान के इन देशों के साथ रिश्ते भी खराब हो रहे हैं।
भारत का यह बयान पाक के उच्चायुक्त अब्दुल बासित की उस टिप्पणी के बाद आई है जिसमें उन्होंने कश्मीर समस्या का समाधान कश्मीरियों की इच्छा के मुताबिक करने की बात कही है। बासित ने गुरुवार को यह बयान दिया है। बासित ने यह भी कहा है कि लोगों की इच्छाओं को कुछ समय के लिए दबाया जा सकता है लेकिन उनका हमेशा के लिए दमन नहीं किया जा सकता।
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