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अंडमान में फंसे पर्यटक सुरक्षित,शाम तक मौसम सुधरने का अनुमान : जगदीश मुखी

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अंडमान के स्‍थानीय प्रशासन से बात की है और उन्‍होंने बताया कि आइलैंड में फंसे सभी पर्यटक सुरक्षित हैं। मौसम साफ होते ही रेस्‍क्‍यू का काम शुरू हो जाएगा।

By Monika minalEdited By: Published: Thu, 08 Dec 2016 09:42 AM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 03:40 PM (IST)

नई दिल्ली (एएनआई)। खराब मौसम के कारण अंडमान के हैवलॉक व नील आइलैंड में करीब 1,400 पर्यटक फंसे हैं और इन्हें वहां से निकालने के लिए नेवी ने अपने चार पोतों को भेजा है। इस बारे में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को अंडमान निकोबार द्वीप समूह के लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ. जगदीश मुखी से चर्चा की और उन्होंने हैवलॉक की स्थिति से गृहमंत्री को अवगत कराया।

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इसके साथ ही गवर्नर ने कहा कि शाम तक परिस्थति सामान्य होने का अनुमान है और अब तक आइलैंड से जान-माल के नुकसान संबंधित किसी तरह की खबर नहीं आयी है। गवर्नर ने पर्यटकों को मौसम के सुधरने तक घरों के अंदर रहने की अपील की है।

पोर्टब्लेयर से 40 किमी दूर हैं ये आइलैंड्स

पोर्ट ब्लेयर से इन दोनों आइलैंड की दूरी करीब 40 किमी है और मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में साइक्लोन की वजह से इन आईलैंड पर कभी भी बड़ा तूफान आ सकता है। खराब मौसम की वजह से कई इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट संपर्क भी टूट गया है। प्रशासन ने खराब मौसम को देखते हुए ‘एल1 डिसआस्टर’ के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। नील और हैवलॉक पर्यटकों के लिए लोकप्रिय आइलैंड हैं और यहां आने-जाने के लिए नाव ही एकमात्र यातायात का साधन है जो खराब मौसम की वजह सोमवार से ही ठप पड़ा है। दक्षिण अंडमान के डिप्टी कमिश्नर उदित प्रकाश राय ने बताया, ’आइलैंड पर घूमने आए लगभग 1,400 पर्यटक फंसे हैं और पोर्ट ब्लेयर तक पहुंचना इनके लिए कठिन हो गया है जहां से ये अपने घर को वापस जाते।

रेस्क्यू टीम है तैयार

इस बीच गृहमंत्री ने कहा, ‘जगदीश मुखी ने आइलैंड की परिस्थिति से अवगत कराया है और सरकार ने वहां फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने की पूरी तैयारी कर ली है।‘ गृहमंत्री ने ट्वीट कर आइलैंड में फंसे पर्यटकों के परिजनों से अपील किया है कि घबराने की जरूरत नहीं है, सभी पर्यटक सुरक्षित हैं। सरकार ने रेस्क्यू टीम को भेज दिया है जो पोर्ट ब्लेयर में मौसम साफ होने का इंतजार कर रही है। मौसम खुलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएगा।‘ नेवी के चार जहाज- बित्रा, बंगाराम, कुंभीर और एलसीयू 38 को बचाव कार्य के लिए भेजा गया है जो खराब मौसम की वजह से अब तक अपना काम शुरू नहीं कर पाए हैं।

बता दें कि मौसम काफी खराब होने के कारण नेवी द्वारा भेजे गए जहाज हैवलॉक तक नहीं पहुंच पाए हैं और राहत कार्यों में देरी हो रही है। बुधवार को अंडमान के स्थानीय प्रशासन ने इनके बचाव के लिए नेवी से मदद मांगी थी। इसके तुरंत बाद नेवी ने अपने चार पोतों- बित्रा, बंगराम, एयूसी 38 और कुंभीर को पर्यटकों के बचाव के लिए भेज दिया था, लेकिन वहां का मौसम इतना खराब है कि पोत समेत रेस्क्यू टीम पोर्ट ब्लेयर में रुकी है। जैसे ही मौसम साफ होगा, इनका रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो जाएगा।

मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टीविटी प्रभावित

नेवी के प्रवक्ता ने बताया, ‘ये चारों जहाज तैयार खड़े हैं। इनमें पर्याप्त मात्रा में भोजन, दवाईयां, पानी आदि हैं।‘ अंडमान के स्थानीय प्रशासन ने बताया कि साइक्लोन की वजह से वहां पावर सप्लाई बंद हो गया है और बाढ़ जैसी संभावना बन गयी है। मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टीविटी भी प्रभावित हो गई है। प्रशासन ने आगे बताया कि इसके बावजूद घबराने की जरूरत नहीं है, इस परिस्थिति से बचाव के लिए प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारियां कर ली है। इसके अलावा पर्यटन विभाग ने भी पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट, हैवलॉक और नील आइलैंड में हेल्प डेस्क शुरू कर दिया है।

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