'भीम' को सबसे लोकप्रिय प्लेटफार्म बनाने में जुटी सरकार
'भीम' को सबसे लोकप्रिय प्लेटफार्म बनाने में जुटी सरकार -नीति आयोग से एक व्यापक अभियान चलाने को कहा गया
नई दिल्ली (नितिन प्रधान)। डिजिटल पेमेंट की रफ्तार बढ़ाने की दिशा में सरकार भीम एप को सबसे लोकप्रिय प्लेटफार्म बनाने की कवायद में जुट गई है। जल्दी ही नीति आयोग इसे लेकर एक बड़ा अभियान शुरू करेगा ताकि अन्य बैंकिंग एप की तुलना में इसके इस्तेमाल को प्रोत्साहन मिल सके। आयोग से खासतौर पर इस काम के लिए रणनीति तैयार करने को कहा गया है।
भीम यानी भारत इंटरफेस फॉर मनी एप लांच होने के बाद बीती एक तिमाही में इसके जरिए होने वाले ट्रांजैक्शन की धीमी रफ्तार ने सरकार को चिंतित कर दिया था। भीम अन्य बैंकिंग एप की प्रतिस्पर्धा में न फंसे इसलिए यह तय किया गया कि इसकी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए बड़े कदम उठाए जाएं। पिछले सप्ताह सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद की अध्यक्षता में हुई एक समीक्षा बैठक में यह तय हुआ कि भीम के प्रचार प्रसार के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाए। इसकी जिम्मेदारी नीति आयोग को दी गई।
बीते वर्ष 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भीम एप को लांच किया था। इससे पहले डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए यूपीआइ प्लेटफार्म को भी लांच किया जा चुका था। चूंकि सभी बैंक पहले ही यूपीआइ पर आ चुके थे इसलिए भीम केवल एक एप्लिकेशन मात्र बन कर रह गया। यही वजह है कि इससे होने वाले ट्रांजैक्शन की संख्या में भी बहुत तेज वृद्धि नहीं हो पाई। 27 मार्च 2017 तक के आंकड़ों के मुताबिक अब तक भीम के जरिए करीब 50 लाख ट्रांजैक्शन ही हो पाए हैं। चूंकि यूपीआइ एक प्लेटफार्म के तौर पर काम कर रहा था इसलिए डिजिटल पेमेंट में वह जल्दी लोकप्रिय हो गया।
सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय की बैठक में तय किया गया कि अब समय आ गया है कि भीम को लोकप्रिय बनाने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाए। इसके तहत भीम को एक प्लेटफार्म के रूप में विकसित करने की योजना है। सरकार मानती है कि ऐसा करके ही इसे बाकी बैंकों के एप से अलग और ज्यादा लाभकारी साबित किया जा सकता है। लोगों को यह बताने की कोशिश की जाएगी कि एक बैंक के एप की तुलना में भीम पर सभी बैंकों से भुगतान की सुविधा मिलती है। इसलिए यह ज्यादा लाभकारी है।
दूसरी तरफ सरकार अब आधार के जरिए भुगतान की व्यवस्था की तरफ बढ़ रही है। इसमें स्मार्टफोन की भी आवश्यकता नहीं होगी। इसलिए दुकानदारों के बीच भीम को लोकप्रिय बनाना बेहद जरूरी है। सूत्र बताते हैं कि नीति आयोग की तरफ से चलाये जाने वाले व्यापक अभियान के केंद्र में भी दुकानदार और अन्य वेंडर ही रहेंगे। आधार नंबर के जरिए पेमेंट की सुविधा शुरू हो जाने के बाद भीम काफी महत्वपूर्ण हो जाएगा क्योंकि उसके बाद कोई भी ग्राहक बिना फोन के सिर्फ अपने अंगूठे की पहचान से ही डिजिटल भुगतान कर सकेगा।