तीन तलाक बंद नहीं हुआ तो सरकार बना सकती है कानून: नायडू
उन्होंने कहा कि मुस्लिम तीन तलाक के मुद्दे पर समुदाय को विचार करना है। अच्छा होगा मुस्लिम समुदाय खुद इसमें बदलाव करे।
अमरावती, प्रेट्र। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि मुस्लिम समुदाय तीन तलाक में बदलाव नहीं करता है, तो सरकार इसमें हस्तक्षेप कर सकती है। उन्होंने कहा कि इस प्रथा को रोकने के लिए सरकार कानून बना सकती है।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम तीन तलाक के मुद्दे पर समुदाय को विचार करना है। अच्छा होगा मुस्लिम समुदाय खुद इसमें बदलाव करे। अन्यथा ऐसी स्थिति बन सकती है कि सरकार को इस पर रोक लगाने के लिए कानून बनाना पड़े। नायडू शनिवार को यहां संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह किसी के निजी मामले में दखल नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के प्रति न्याय का सवाल है। सभी महिलाओं को समान अधिकार मिलने चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि हिंदू समुदाय में भी बाल विवाह, सती और दहेज जैसी प्रथाओं को खत्म करने के लिए कानून बनाए गए।
जब यह महसूस किया गया कि ऐसी प्रथाएं समाज के लिए ठीक नहीं हैं, तब हिंदू समुदाय ने इन पर चर्चा किया और इनमें सुधार किया। नायडू ने कहा कि इंसान को इंसान की तरह देखें। उसे हिंदू, ईसाई या मुसलमान के तौर पर अलग नहीं करें। ऐसे भेदभाव के जरिये महिलाओं के प्रति अन्याय नहीं होना चाहिए।
नायडू ने खुद के यूएन-हैबिटेट के गवर्निंग काउंसिल का चेयरमैन चुने जाने पर कहा कि विश्व जब भारत को महत्व देता है तो खुशी होती है। कुलभूषण जाधव के मामले को ही लीजिए। इतिहास में पहली बार भारत जाधव की फांसी पर रोक लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय गया। अपने लंबे राजनीति जीवन का जिक्र करते हुए नायडू ने कहा कि उनकी केवल यही इच्छा है कि नरेंद्र मोदी दस वर्षों तक प्रधानमंत्री रहें। अगर ऐसा हुआ तो भारत विश्व में और मजबूत होकर उभरेगा।
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