अच्छे मानसून से लहलहाएंगी फसलें, भरेंगी किसानों की जेब
लगातार दो साल से कृषि क्षेत्र पर लगा सूखे का ग्रहण चालू सीजन में छंट सकता है। शानदार मानसून के पूर्वानुमान को देखते हुए खेत भी लहलहा जाएंगे
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लगातार दो साल से कृषि क्षेत्र पर लगा सूखे का ग्रहण चालू सीजन में छंट सकता है। शानदार मानसून के पूर्वानुमान को देखते हुए खेत भी लहलहा जाएंगे और किसानों की जेब भी भर उठेगी। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह का कहना है कि बंपर पैदावार के चलते कृषि क्षेत्र की ठहरी हुई विकास दर में सुधार होगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को संजीवनी मिल जाएगी।
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कृषि मंत्री सिंह ने कहा कि निरंतर दो सीजन से मानसून की कम बारिश के चलते कृषि क्षेत्र की विकास गति थम गई। वर्ष 2015-16 में देश की कृषि विकास दर 1.2 फीसद रह गई। जबकि इसके पहले वाले साल में यह दर घटकर 0.25 फीसद तक गिर गई थी। भारतीय मौसम विभाग ने चालू सीजन में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य से अधिक रहने का पूर्वानुमान लगाया है। इससे खरीफ सीजन की फसलों के लिए बहुत अधिक फायदेमंद साबित होने वाला है।
हालांकि मौसम वैज्ञानिकों ने मानसून के एक सप्ताह से देर से सक्रिय होने का भी अनुमान लगाया है। कृषि मंत्री सिंह ने जोर देकर कहा 'अगर मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ तो मुझे खाद्यान्न की भारी पैदावार और कृषि विकास दर में सुधार का पूरा भरोसा है। सिंह मंगलवार को यहां आयोजित प्रेसवार्ता में अपने मंत्रालय के दो साल के कामकाज का लेखाजोखा पेश करने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
एक अन्य सवाल के जवाब में कृषि मंत्री ने कहा कि अच्छे मानसून के साथ किसानों के लिए जल्दी ही खरीफ फसलों के आकर्षक न्यूनतम समर्थन मूल्य के तोहफा की घोषणा की जाएगी। सिंह ने जोर देकर कहा कि इस बार एमएसपी की घोषणा किसानों की अपेक्षा से अधिक होगी। सरकार दलहन व तिलहन की पैदावार बढ़ाने को प्रोत्साहन देगी। उम्मीद है कि इसी सप्ताह होने वाली कैबिनेट की बैठक में कृषि मंत्रालय के प्रस्ताव पर सरकार की मुहर लग जाएगी।
कृषि क्षेत्र के लिए बन रहे अनुकूल माहौल को देखते हुए कृषि मंत्रालय ने फसल वर्ष 2016-17 के लिए अब तक की सर्वाधिक का 27 करोड़ टन से भी अधिक का लक्ष्य निर्धारित किया है।