देश के कई स्थानों पर गंगा में डुबकी लगाना हानिकारकः गोयल
हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर, कन्नौज और इलाहाबाद जिले की गंगा का पानी काफी प्रदूषित है और यहां डुबकी लगाना हानिकारक है।
नई दिल्ली(जेएनएन)। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री विजय गोयल ने सोमवार को संसद में गंगा प्रदूषण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि देश के कई स्थानों पर गंगाजी काफी प्रदूषित हो गई हैं, यहां डुबकी लगाना हानिकारक है।
उन्होंने कहा कि गंगा एेसी पवित्र है जहां लोग अपने पापों को धोने के लिए अाते हैं, अपने प्रियजनों की राख प्रवाहित करते हैं। उन्होंने कहा कि हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर, कन्नौज और इलाहाबाद जिले में गंगा काफी प्रदूषित है और यहां डुबकी लगाना हानिकारक है। वहीं पश्चिम बंगाल में बहामरंपूर से डायमंड हार्बर तक की पूरी नदी का पानी गुणवत्ता के मानकों पर खरा नहीं उतरता है।
भारत का जल मानक पानी की गुणवत्ता को परिभाषित करता है। निर्भर करता है कि पानी का उपयोग कैसे किया जा सकता है। गोयल ने राज्यसभा में अपने एक बयान में कहा कि वार्षिक विविधता से पानी की गुणवत्ता में लगातार सुधार या गिरावट का संकेत नहीं मिलता है। सालों से पानी की गुणवत्ता के मानकों में एक अस्थिरता है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पिछले साल 285 उद्योगों को कवर करने के लिए आश्चर्यजनक निरीक्षण किया और पाया कि 85 इकाइयों ने मानकों का पालन नहीं किया। गंगा को स्वच्छ करने का भी एक मुद्दा था जिसने मोदी को वाराणसी से जीत हासिल करने में मदद की। प्रधानमंत्री के रूप में साल 2014 में पहला कार्यक्रम नमामी गंगा शुरू किया गया जिसका बजट 20,000 करोड़ रुपये है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 2020 के अंत तक सभी मापदंडों पर नदी के पानी की गुणवत्ता में सुधार करना है।
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