व्यापक चर्चा के बाद बनेगा गंगा संरक्षण कानून : उमा भारती
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा है कि व्यापक चर्चा के बाद गंगा नदी के संरक्षण के लिए कानून बनाया जाएगा।
नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा है कि व्यापक चर्चा के बाद गंगा नदी के संरक्षण के लिए कानून बनाया जाएगा। उन्होंने मसौदा कानून में सजा के प्रावधानों पर टिप्पणी करने इन्कार कर दिया। सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत में उमा भारती ने कहा कि हम मसौदा कानून का बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं।
न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय ने विधेयक का बहुत अच्छा मसौदा तैयार किया है। लेकिन सभी पहलुओं के व्यापक अध्ययन के बाद इसे सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने कहा मसौदा कानून के प्रावधानों पर चर्चा करना अभी जल्दबाजी होगी। भारती ने कहा कि गंगा संरक्षण के लिए कानून जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने पिछले साल जुलाई में गंगा कानून का मसौदा तैयार करने के लिए न्यायमूर्ति मालवीय की अध्यक्षता में समिति बनाई थी। समिति ने इस साल 12 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट जल संसाधन मंत्रालय को सौंप दी। भारती ने कहा कि कानपुर में गंगा सबसे ज्यादा प्रदूषित है। शहर से उद्योगों खासकर टेनरी को हटाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ उनके मंत्रालय की बातचीत चल रही है।