दुष्कर्म के मामले में आसाराम पर आरोप तय, 13 अप्रैल को अगली सुनवाई
गांधीनगर कोर्ट ने सोमवार को कथावाचक आसाराम पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये दुष्कर्म के आरोप तय कर दिए। पुलिस ने आसाराम और छह अन्य के खिलाफ दो साल पहले आरोपपत्र दाखिल किया था।
अहमदाबाद। गांधीनगर कोर्ट ने सोमवार को कथावाचक आसाराम पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये दुष्कर्म के आरोप तय कर दिए। पुलिस ने आसाराम और छह अन्य के खिलाफ दो साल पहले आरोपपत्र दाखिल किया था।
आरोप तय होने में देर इसलिए हुई क्योंकि आसाराम दुष्कर्म के एक अन्य मामले में जोधपुर जेल में बंद हैं और गुजरात पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश नहीं कर पाई। सोमवार को जोधपुर जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आसाराम की कोर्ट में पेशी हुई। अन्य आरोपी आसाराम की पत्नी लक्ष्मी, पुत्री भारती, ध्रुवबेन, निर्मला, जस्सी और मीरा कोर्ट में खुद उपस्थित हुए। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 13 अप्रैल की तिथि तय की है।
सूरत की दो बहनों में से बड़ी ने आसाराम के खिलाफ 2013 में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। छोटी बहन ने आसाराम के बेटे नारायण साईं के खिलाफ दुष्कर्म और यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था।
बड़ी बहन का आरोप है कि 1997 से 2006 तक वह अहमदाबाद के बाहरी इलाके स्थित आसाराम के आश्रम में रही थी। इस दौरान आसाराम ने उसका यौन शोषण किया।