हजारीबाग कोर्ट में गैंगवार, एके47 से कुख्यात अपराधी समेत तीन को भूना
झारखंड की हजारीबाग सिविल कोर्ट में घात लगाकर बैठे हमलावरों ने कुख्यात अपराधी समेत 3 लोगों को गोलियों से भून दिया। अपराधी अपने काम को बखूबी अंजाम दे अदालत परिसर से फरार हो गए। आज सुबह 10.30 बजे सुशील श्रीवास्तव को पेशी के लिए विनावाभावे केंद्रीय कारा से हजारीबाग सिविल
हजारीबाग। झारखंड की हजारीबाग सिविल कोर्ट में घात लगाकर बैठे हमलावरों ने कुख्यात अपराधी समेत 3 लोगों को गोलियों से भून दिया। अपराधी अपने काम को बखूबी अंजाम दे अदालत परिसर से फरार हो गए। आज सुबह 10.30 बजे सुशील श्रीवास्तव को पेशी के लिए विनावाभावे केंद्रीय कारावास से हजारीबाग सिविल कोर्ट में लाया गया। पुलिसकर्मी जैसे ही सुशील श्रीवास्तव को लेकर अदालत परिसर पहुंचे वहां, पहले से ही घात लगाकर बैठे हमलावरों ने एके-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जब तक सुरक्षाकर्मी कुछ समझते तब तक हमलवार अपना काम करके निकल गए।
फायरिंग में सुशील श्रीवास्तव, रियाज और एक वकील की मौत हो गई। श्रीवास्तव को आठ गोलियां मारी गई थी। रियाज और वकील श्रीवास्तव के समर्थक बताए जाते हैं। कोर्ट परिसर में इस तरह की घटना से पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की पोल फिर से खुल गई है। इस घटना में श्रीवास्तव के पुराने प्रतिद्वंदी पांडव गिरोह का नाम आ रहा है। पुलिस ने हमले में प्रयुक्त एके-47 को बरामद कर लिया है। हजारीबाग जेल में वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा है। इसके बावजूद श्रीवास्तव को कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था।
तीस मीटर की चहलकदमी और मौत से हो गई मुठभेड़...
दीवारें बता रही गोलियों की बौछार
समय करीब 10.35 बजे : दिन मंगलवार स्थान एडीजे दो नंबर: आरएन सिंह को कोर्ट कुख्यात गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव की सुनवाई खत्म होने के बाद अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ बाहर निकलता है। उसके साथ
उनका बेटा, वकील तथा अन्य दो सहयोगी जिनमें उनका एक व्यक्तिगत सुरक्षाकर्मी तथा दूसरा
उनका कार्य संभालने वाला ग्यासुद्दीन खान व कमाल खान सहित 16 सुरक्षाकर्मियों के घेरे में
प्रथम तल से उतरकर नीचे आता है।
करीब 10 : 38 बजे : सुशील श्रीवास्तव को पानी प्यास लगती है। पानी पीने की इच्छा जताते हुए अपने बेटे को
पानी लाने का इशारा करता है। पानी लाने के लिए वह अपने वाहन की ओर जाता है।
समय करीब 10 : 42 बजे : स्थान : रजिस्ट्रार ऑफिस के सामने अपने शुभचिंतक ग्यासुद्दीन खान तथा कमाल खान के साथ चहलकदमी करते सुशील श्रीवास्तव आगे बढ़ते है। उनके साथ कई अन्य लोग भी बरामदे में दुआ सलाम करते देखे जाते है।
समय करीब 10: 45 बजे : स्थान : परामर्श केंद्र के सामने अपने साथियों के साथ सुशील श्रीवास्तव सीढ़ी उतरकर बंदी गृह की ओर कोर्ट की सीढिय़ों से नीचे उतरा
समय 10 . 47 बजे : चार कदम चला ही होगा कि ठीक उसी समय उत्तर की दिशा में करीब 15 मीटर दूर एक बोलेरो जेएच 12 बी- 1694 से दो लोग नीचे उतरते है, पहले से पोजीशन लिए अपराधी सुशील श्रीवास्तव का लक्ष्य कर फायर झोंक दिया।
समय 10. 48 बजे : गोलियों की तड़तड़ाहट जैसे ही प्रारंभ हुई सुरक्षाकर्मी बचने के लिए भागे। जबतक सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते पोजीशन लेते इसी बीच पहली गोली ग्यासुद्दीन खान के सीने में जा धंसी। जैसे हीं वह गिरा इसी बीच दूसरी गोली कमाल खान को भेदती निकल गई।
समय 10. 49 बजे : हथकड़ी को समेटते हुए जैसे ही सुशील नीचे गोलियों की बौछार से बचने के लिए बैठा, गोलियों की बौछार से उसका सामाना हुआ। फिर दुबारा नहीं उठ सका। देखते ही देखते उसके पीठ और पूरा शरीर गोलियों से छलनी हो गया।
समय 10. 50 बजे : इस दौरान पुलिस जवान देवेद्र पासवान के पैर में भी एक गोली लगी। वह जमीन पर गिर पड़ा।
समय 10. 50 बजे : गोलियों की तड़तड़ाहट से अचानक कचहरी परिसर में हड़कंप मच गया। लोग बेतहाशा इधर उधर भागने लगे।
समय 10. 51 बजे : सुरक्षाकर्मी देवेंद्र पासवान ने घायल अवस्था में बहादुरी दिखाते हुए पिस्टल से जवाबी फायरिंग प्रारंभ कर दी
समय 10. 51 बजे : जवाबी फायरिंग होते ही अपराधी भागने की कोशिश करते है। इसी बीच एक गोली अपराधी के पैर में लगती है।
समय 10. 52 बजे : हमलावर एक स्वचालित हथियार एक 47 को नीचे फेंक दीवार फांद कर दूसरी तरफ कूद जाता है।
समय 10. 54 बजे : दीवार के दूसरी तरफ पहले से तैयार मोटरसाइकिल सवार के साथ वह बैठकर फरार हो जाता है।