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सूखे की आशंका से किसान ने दी जान

महोबा में चरखारी के बपरेहता गांव में सूखे की आशंका के चलते खरीफ फसल की बोआई नहीं करने के सदमें में कल किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। किसान के बेटे ने बताया कि चार लाख के कर्ज के बोझ में दबे पिता सूखा पडऩे से बेहद परेशान थे। चरखारी के बपरेहता गांव का 60 वर्षीय किसान रामसेवक खरीफ की फसल की बोअ

By Edited By: Published: Tue, 08 Jul 2014 03:09 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jul 2014 03:31 PM (IST)
सूखे की आशंका से किसान ने दी जान

लखनऊ। महोबा में चरखारी के बपरेहता गांव में सूखे की आशंका के चलते खरीफ फसल की बोआई नहीं करने के सदमें में कल किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली।

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किसान के बेटे ने बताया कि चार लाख के कर्ज के बोझ में दबे पिता सूखा पड़ने से बेहद परेशान थे। चरखारी के बपरेहता गांव का 60 वर्षीय किसान रामसेवक खरीफ की फसल की बोआई नहीं होने से सदमें में था। उस पर इलाहाबाद बैंक गुढ़ा से किसान क्रेडिट कार्ड पर चार लाख रुपये का कर्ज था। उसकी पिछली रबी की फसल ओलों से नष्ट हो गई थी। इस कारण कर्ज की किस्त भी अदा नहीं हो सकी। उम्मीद थी कि खरीफ की फसल से कुछ राहत मिलेगी पर सूखा पड़ने की आशंका से बुआई भी नहीं हो सकी। इसी सदमे में किसान ने जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर पुत्र उपचार के लिए पिता को जिला अस्पताल लाए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

घटना से परिवारीजन में कोहराम मचा है। पुत्र बृजेंद्र ने बताया कि इलाहाबाद बैंक का चार लाख का कर्ज पिता की परेशानी का सबब था। चरखारी की एसडीएम पूनम निगम ने बताया कि मामला जानकारी में आया है। अभी मौके पर जाकर वास्तविकता का जानकारी की जायेगी।

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