उत्तराखंड में 7.2 तीव्रता के भूकंप की मॉक ड्रिल, बागेश्वर रहा केंद्र, आपदा राहत टीम सक्रिय..., पढ़ें खबर
उत्तराखंड में आज सुबह साढ़े नौ बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए। इसका केंद्र बागेश्वर के नागलाकुंड रहा। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.2 रही। इस पर राज्य आपदा राहत बल सक्रिय हो गया। डरिये मत, यह सिर्फ मॉक ड्रिल है।
देहरादून। आज सुबह साढ़े नौ बजे उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए। इसका केंद्र बागेश्वर के नागलाकुंड रहा। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.2 रही। इस पर राज्य आपदा राहत बल सक्रिय हो गया। डरिये मत, यह सिर्फ मॉक ड्रिल है। अगर भूकंप आया तो उत्तराखंड़ में इससे कैसे निपटा जाएगा इसकी तैयारियों को परखा गया।
उत्तराखंड की उच्च भूकंप संवेदनशीलता और समीपवर्ती नेपाल व ताईवान में आए भीषण भूकंप को देखते हुए आज सूबे में एनडीएमए व राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त मॉक अभ्यास किया गया। इसमें चार जिले चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ व बागेश्वर के आपातकालीन परिचालन केंद्र व देहरादून में स्थापित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र सक्रिय हो गए। राज्य कंट्रोल रूम में सचिव आपदा अमित नेगी ने बताया कि किसी भी आपदा के बाद शुरुआती दो घंटे बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।
इसमें राज्य व जिलों को अपने संसाधनों से ही राहत-बचाव के कार्य करने होते हैं। ऐसी स्थिति में नियुक्ति किए गए इंसीडेंट कमांडेंट पहले से ही अपने क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्यो के लिए उपयुक्त स्थानों का चयन कर लें। वाहन, हेलीपैड की व्यवस्था तय कर लें। भूकंपीय आपदा से भूस्खलन, सड़कों व पुलों के क्षतिग्रस्त होने व संचार नेटवर्क ध्वस्त होने की आशंका रहती है।
इन परिस्थितियों में सूचना संचार भी बड़ी चुनौती होती है। विभिन्न सरकारी महकमों, एजेंसियों व आमजन के समन्वित प्रयास कारगर होते हैं। सचिव आपदा प्रबंधन अमित सिंह नेगी ने बताया कि अफसरों को अपनी आपदा प्रबंधन टीम के सदस्यों, वालेंटियर व एंबुलेंस आदि सक्रिय रहीं। इस मॉक अभ्यास में पुलिस, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, एयरपोर्ट अथॉरिटी, आईटीबीपी, एनडीआरएफ आदि शिरकत की।
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