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मद्रास लाइब्रेरी में मौजूद हैं गंगा सर्वेक्षण के दस्तावेज

गंगा नदी के विकास का चेन्नई से 160 साल पुराना संबंध है। वर्ष 1812 में स्थापित शहर के सबसे पुराने पुस्तकालय मद्रास लिटरेरी सोसाइटी लाइब्रेरी (एमएलएसएल) में 1854 में अंग्रेजों द्वारा कराए गए गंगा नदी के सर्वेक्षण से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध हैं।

By anand rajEdited By: Published: Mon, 22 Dec 2014 11:06 AM (IST)Updated: Mon, 22 Dec 2014 11:17 AM (IST)
मद्रास लाइब्रेरी में मौजूद हैं गंगा सर्वेक्षण के दस्तावेज

चेन्नई। गंगा नदी के विकास का चेन्नई से 160 साल पुराना संबंध है। वर्ष 1812 में स्थापित शहर के सबसे पुराने पुस्तकालय मद्रास लिटरेरी सोसाइटी लाइब्रेरी (एमएलएसएल) में 1854 में अंग्रेजों द्वारा कराए गए गंगा नदी के सर्वेक्षण से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध हैं।

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एमएलएसएल के लाइब्रेरियन वी. उमा महेश्वरी ने बताया कि यह गंग नहर का सर्वेक्षण था। इसे गेंजेज केनाल वर्क्स के निदेशक डब्ल्यूटी डोड्सवर्थ ने किया था। यह सर्वेक्षण काफी बड़ा है। यह गहरे पीले रंग के 120 बड़े पन्नों में है। प्रत्येक पन्ना 10 फीट लंबा और 10 फीट चौड़ा है। उन्होंने कहा कि इसे मोड़कर रखा गया है, बावजूद इसके यह काफी बड़ा है। लाइब्रेरी के मानद महासचिव मोहन रमण ने बताया कि गंगा नदी का यह सर्वेक्षण अंग्रेजों ने सिंचाई संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए कराया था। दस्तावेज का नाम ‘स्मिथ एल्डर एंड कंपनी 65 कार्न हिल लंदन’ है।

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