महिला आरक्षण की मांग को लेकर डीएमके का दिल्ली में विरोध प्रदर्शन
डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि अबतक संसद में बिल पास क्यों नहीं हुअा, महिला अारक्षण अब कानून क्यों नहीं बना।
नई दिल्ली (जेएनएन)। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की महिला विंग ने आज अपनी राज्यसभा सदस्य कनिमोझी के नेतृत्व में दिल्ली के मंडी हाउस से जंतर मंतर तक महिला आरक्षण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कनिमोझी ने कहा कि हम विधेयक को लेकर सभी पार्टियों से समर्थन की उम्मीद करते हैं। कनिमोझी ने कहा कि देश के ज्यादातर राजनीतिक दल महिला आरक्षण का समर्थन करते हैं। इसके बावजूद आज तक इसे कानून नहीं बनाया जा सका। ऐसे में इसे लेकर एक सवाल खड़ा होता है।
कनिमोझी के मुताबिक डीएमके की महिला विंग इस मुद्दे को लेकर रैली और विरोध प्रदर्शन कर रही है। जिससे दोबारा से इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षत किया जा सके। कनिमोझी ने कहा कि ऐसा इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि मौजूदा समय में कोई भी इसे लेकर बात नहीं कर रहा है।
महिला आरक्षण बिल के प्रस्ताव में लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं की सभी सीटों पर महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण का प्रावधान है। राज्य सभा में इस बिल को नौ मार्च 2010 को पास कर दिया गया था। पहली बार इस बिल का प्रस्ताव वर्ष 1996 में लाया गया था। गौरतलब है कि पिछले 20 सालों से महिलाओं के लिए आरक्षण का विधेयक पारित नहीं हुआ है। डीएमके कार्यकारी प्रमुख एम. के. स्टालिन ने पीएम को पत्र लिखकर विधेयक को पारित करने के लिए उनके हस्तक्षेप की मांग की थी।
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