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दिग्गी बोले-संघ की विचारधारा से देश की शांति को खतरा

दिग्विजय सिंह ने आज एक बार फिर संघ पर हमला करते हुए कहा है कि इनकी विचारधारा से देश की शांति को खतरा है। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने सरकार से सांप्रदायिक विचारधारा फैलाने वाली पुस्तकों पर प्रतिबंध लगाने को कहा। राज्यसभा में आज गृहमंत्रालय के कामकाज विषय पर बहस में हिस्सा लेते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज देश को सब

By Edited By: Published: Mon, 11 Aug 2014 07:29 PM (IST)Updated: Tue, 12 Aug 2014 08:54 AM (IST)

नई दिल्ली। दिग्विजय सिंह ने आज एक बार फिर संघ पर हमला करते हुए कहा है कि इनकी विचारधारा से देश की शांति को खतरा है। इसके साथ ही सिंह ने सरकार से सांप्रदायिक विचारधारा फैलाने वाली पुस्तकों पर प्रतिबंध लगाने को कहा।

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राज्यसभा में आज गृहमंत्रालय के कामकाज विषय पर बहस में हिस्सा लेते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज देश को सबसे अधिक खतरा आतंकवाद से है। उन्होंने कहा कि आज जितना खतरा तालिबान की विचारधारा से है, उतना ही खतरा संघ की विचारधारा से है। संसद से बाहर दिग्विजय पहले भी संघ पर इस तरह के हमले करते रहे हैं। उन्होंने पिछले साल नवंबर में भी संघ की विचारधारा को तालिबानी विचारधारा करार दिया था।

दिग्विजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज के तरीकों पर भी सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने अपने मंत्रियों की गरिमा को कम किया है। उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार और सत्ता विश्वास से चलती है। वह विश्वास उस समय कम हो गया, जिस दिन गृह मंत्री राजनाथ सिंह को निजी सचिव रखने तक का अधिकार छिन गया था।

दिग्विजय सिंह ने संघ पर पुस्तकों और पैंफलेटों के द्वारा देश में सांप्रदायिक विचारधारा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार से इन पुस्तकों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।

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