राज्यों में कोरोना की हुई सुस्त रफ्तार, लेकिन लॉकडाउन हटाने को लेकर बंटी देश की राय
लॉकडाउन को हटाया जाएगा या बढ़ाया जाएगा यह सवाल हर किसी के मन में है। लेकिन इस दौरान कोरोना की रफ्तार को कम करने में जरूर कामयाबी मिली है।
नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने 15 अप्रैल की अधिसूचना के बाद 24 अप्रैल को भी एक अधिसूचना जारी की है। जिसमें उन दुकानों और एकल प्रतिष्ठानों को गैर-आवश्यक वस्तुओं की बिक्री के लिए संचालन शुरू करने की अनुमति दी है, जो हॉटस्पॉट या प्रतिबंधित इलाके में नहीं है। लॉकडाउन खोलने को लेकर लोगों की राय बंटी हुई नजर आ रही है। कुछ लोग पूर्ण रूप से लॉकडाउन को हटाने की बात कह रहे हैं तो कुछ चाहते हैं कि आंशिक रूप से लॉकडाउन हटाया जाना चाहिए। लोकल सर्कल्स ने लॉकडाउन को लेकर लोगों के विचारों को जानने के लिए सर्वे किया है, जिसमें 254 जिलों के 24 हजार मतों को शामिल किया गया है।
राज्यों में कोरोना की सुस्त रफ्तार
बेहतर काम देश में कोरोना के मामले करीब 30,000 तक पहुंच चुके हैं। ऐसे में 3 मई को लॉकडाउन को हटाया जाएगा या बढ़ाया जाएगा, यह सवाल हर किसी के मन में है। 100 से अधिक संक्रमण के मामलों वाले राज्यों में केरल कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे नजर आ रहा है। वहीं कई राज्य बेहतर काम कर रहे हैं। दक्षिण भारत के राज्यों में संक्रमण के मामलों में औसतन सबसे कम बढ़ोतरी हुई है। जबकि देश के 13 राज्य ऐसे हैं, जहां पर संक्रमण बढ़ने के मामलों का औसत राष्ट्रीय औसत से कम है। वहीं चार राज्यों का औसत बहुत ज्यादा है।
15 अप्रैल के बाद संक्रमण मामले हों तो
लोगों से पूछा गया कि 15 अप्रैल के बाद कोविड-19 के नए मामलों वाले जिलों में 3 मई के बाद भारत सरकार को क्या करना चाहिए? जवाब में 20 फीसद ने 23 मई तक और 27 फीसद ने 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की बात कही। वहीं 47 फीसद ने कहा कि इन जिलों को 3 मई के बाद खोला जाना चाहिए। लेकिन जिलों के भीतर हॉटस्पॉट वाले इलाकों को बंद रखा जाना चाहिए। केवल 5 फीसद ने 3 मई के बाद पूर्णरूप से लॉकडाउन खोलने की बात कही।
15 अप्रैल के बाद संक्रमण मामले न हों तो
सर्वे में लोगों से पूछा गया कि यदि जिलों में कोविड-19 संक्रमण के मामले 15 अप्रैल के बाद न मिले हों तो सरकार को लॉकडाउन बढ़ाने पर क्या करना चाहिए? जवाब में 7 फीसद ने 23 मई तक और 12% ने 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने के लिए कहा। वहीं 67% लोगों ने कहा कि 3 मई के बाद लॉकडाउन पूर्णरूप से खोला जाना चाहिए लेकिन पूर्व में हॉटस्पॉट रहे इलाकों को बंद रखा जाना चाहिए। वहीं 12 फीसद ने कहा कि जिलों को पूरी तरह से अनलॉक किया जाना चाहिए, चाहे वहां पहले 15 अप्रैल से पहले हॉटस्पॉट क्यों न रहें हों।
3 मई के बाद सार्वजनिक परिवहन साधन
इसके साथ ही सार्वजनिक परिवहन के साधनों (हवाई, ट्रेन और बस यात्रा) के शुरू होने को लेकर 32 फीसद लोगों ने कहा कि अंतरराज्यीय परिवहन साधनों को बंद रखना चाहिए। वहीं 29 फीसद ने कहा कि केवल लॉकडाउन हटाए गए जिलों के बीच यातायात खुलना चाहिए। 34 फीसद ने कहा कि सभी जिलों के बीच यातायात शुरू होना चाहिए। सिर्फ लॉकडाउन वाले जिलों में यात्रा प्रतिबंध होने चाहिए।