जल्द बदलेगा दिल्ली का इतिहास और भूगोल, सरकार ने दी झंडी -- पढ़े खबर
नई दिल्ली का नक्शा बदलने वाला है। इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इसके लिए जो प्रस्ताव तैयार किया गया है उसमें चाणक्यपुरी, बंगाली मार्केट, जोरबाग, सुंदर नगर, गोल्फ लिंक्स जैसे वीवीआइपी इलाके को लुटियंस जोन से बाहर रखा गया है।
नई दिल्ली । नई दिल्ली का नक्शा बदलने वाला है। इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इसके लिए जो प्रस्ताव तैयार किया गया है उसमें चाणक्यपुरी, बंगाली मार्केट, जोरबाग, सुंदर नगर, गोल्फ लिंक्स जैसे वीवीआइपी इलाके को लुटियंस जोन से बाहर रखा गया है।
वहीं, 2003 में लुटियंस जोन से बाहर किए गए सुप्रीम कोर्ट परिसर एक बार फिर से इसका हिस्सा होगा। खास बात यह है कि पहली बार लोगों के सुझाव से इस तरह का बदलाव होगा और इसके लिए दिल्ली अर्बन आर्टस कमिशन (डीयूएसी) द्वारा तैयार किया गया प्रस्ताव शहरी विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।
प्रस्ताव के मुताबिक लुटियंस जोन का क्षेत्रफल 5.13 वर्ग किलोमीटर कम हो जाएगा। इस समय इसका कुल क्षेत्रफल 28.73 वर्ग किलोमीटर है जिसे 23.60 वर्ग किलोमीटर किया जाना है। पहली बार इस क्षेत्र में बदलाव वर्ष 1988 में किया गया था।
उस समय इसका क्षेत्रफल 25.88 वर्ग किलोमीटर किया गया था, लेकिन वर्ष 2003 में इसमें बाबर रोड, बंगाली मार्केट, सुंदर नगर, जोरबाग, पंचशील मार्ग, चाणक्यपुरी को शामिल कर लिया गया जिससे इसका क्षेत्र बढ़ गया है। अब फिर से इसमें बदलाव किया जा रहा है।
इसके लिए डीयूएसी ने 12 अगस्त को ही केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय को प्रस्ताव बनाकर दे दिया है जिसमें एडविन लुटियंस के 1912 के लुटियन जोन को उसके मूल रूप में लौटाने की तैयारी है।
32 मीटर ऊंची इमारत बनाने की अनुमति
डीयूएसी के प्रस्ताव के अनुसार लुटियंस जोन में गैर आवासीय प्लाट व परिसरों का विकास व पुनर्विकास दिल्ली मास्टर प्लान 2021 तथा दिल्ली इमारत अधिनियम 1983 के अनुसार होगा। व्यवसायिक इमारतों की अधिकतम ऊंचाई 32 मीटर होगी। इसमें पार्किंग के लिए तीन स्तरीय बेसमेंट होगा। ग्राउंड फ्लोर सहित कुल सात फ्लोर की इमारत बनाने की अनुमति होगी।
वहीं, आवासीय इमारत की अधिकतम ऊंचाई 12 मीटर तथा भूखंड के आकार के अनुसार एक से चार आवासीय इकाई बनाने की अनुमति होगी। आवासीय बंगला बनाने के लिए फ्लोर एरिया रेसियो 20 एवं 12.50 फीसद भूमि कवर करने तथा सिर्फ कार पार्किंग व घरेलू सामान रखने के लिए इमारत में बेसमेंट बनाने की भी अनुमति देने का प्रस्ताव है।
लुटियंस जोन से बाहर होंगे ये क्षेत्र
जोरबाग, गोल्फ लिंक्स, सुंदर नगर, बंगाली मार्केट, अशोक रोड, मंदिर मार्ग, पंचशील मार्ग, सरदार पटेल मार्ग और चाणक्यपुरी।
लोगों की मांग पर किया जा रहा है बदलाव
विभिन्न संगठनों की मांग पर केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने लुटियंस जोन की सीमा फिर से निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू की है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इसके लिए तैयार प्रस्ताव पर लोगों से सुझाव हासिल करने का निर्देश दिया है। इसलिए प्रस्ताव को मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। लोग 15 अक्टूबर तक डीयूएसी के सचिव को ईमेल या फिर डाक के माध्यम से अपने सुझाव भेज सकते हैं। लोगों से मिलने वाले सुझाव की समीक्षा करने के बाद अगला कदम उठाया जाएगा।