डिफेंस फर्मों का भंडारी से रिश्ते की जांच में जुटी एजेंसियां
भारतीय बाजार में बड़ी खिलाड़ी मानी जाने वाली कुछ प्रमुख विदेशी रक्षा फर्मों पर जांच एजेंसियां नजर रखे हुई हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय बाजार में बड़ी खिलाड़ी मानी जाने वाली कुछ प्रमुख विदेशी रक्षा फर्मो पर जांच एजेंसियां नजर रखे हुई हैं। जांच एजेंसियां रक्षा परामर्शदाता संजय भंडारी के साथ इन फर्मो के कथित संपर्क का पता लगाने में जुटी हैं।
कथित कर चोरी के लिए संजय भंडारी जांच के दायरे में हैं।सूत्रों ने कहा कि हाल ही में आयकर विभाग द्वारा भंडारी के परिसरों की ली गई तलाशी के दौरान कॉल डाटा रिकार्ड और दस्तावेज जब्त किए गए थे। कॉल रिकार्ड से पता चलता है कि विभिन्न विदेशी रक्षा फर्मो के अधिकारी नियमित रूप से भंडारी के संपर्क में थे। माना जाता है कि रक्षा फर्मो का ठेका हासिल करने में उनकी भूमिका रही है।
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जहां कंपनियों का दावा है कि अपनी ऑफसेट जवाबदेही पूरी करने के लिए वे भंडारी और कई भारतीय फर्मो से संपर्क बनाए रखती हैं। लेकिन जांच एजेंसियों को लगता है कि इसमें कुछ दूसरी बात है। भंडारी एक ऐसी कंपनी चलाते हैं जो ऑफसेट के काम में संलिप्त है।आयकर विभाग की तलाशी के दौरान रक्षा मंत्रालय के कागजात भंडारी के पास से जब्त हुए।
इन कागजातों में उड़ान भरते हुए ईधन भरने की सुविधा खरीदने संबंधी बहु प्रतीक्षित प्रस्ताव से जुड़े कागजात भी हैं। ठेका में हिस्सा लेने वाले एयरबस ने भंडारी से संपर्क के बारे में पूछे गए किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया है। जांचकर्ता अब इस बात का पता लगाने में जुटे हैं कि आखिर उसने दस्तावेज कहां से हासिल किया।
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