अमरनाथ यात्रा मार्ग पर सेना का 'ऑपरेशन शिवा' शुरू
हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो रहे नए लड़कों ने फेसबुक पर अपनी तस्वीरें जारी कर सुरक्षाबलों की नींद उड़ा दी है। सबसे गंभीर बात यह है कि यह तस्वीरें दक्षिण कश्मीर के उसी इलाके की हैं, जहां से श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के श्रद्घालुओं का आवागमन होगा।
श्रीनगर। कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो रहे नए लड़कों ने फेसबुक पर अपनी तस्वीरें जारी कर सुरक्षाबलों की नींद उड़ा दी है। सबसे गंभीर बात यह है कि यह तस्वीरें दक्षिण कश्मीर के उसी इलाके की हैं, जहां से श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के श्रद्घालुओं का आवागमन होगा। सूत्रों ने बताया है कि पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठनों के कुछ सदस्य जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा को अपना निशाना बनाते हुए फिदायीन या आत्मघाती हमला कर सकते हैं। इस अलर्ट के बाद केंद्र और राज्य सरकार अमरनाथ यात्रा पर गए हजारों यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गई है। आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल के एच सिंह ने कहा है कि सेना को जानकारी है कि इस यात्रा में व्यवधान पैदा करने के लिए सरहद पार से आतंकी ब्राडर क्रास करने की तैयारी में है और सेना उनसे निपटने के लिए तैयार है।
यह तस्वीरें सोमवार की शाम को फेसबुक पर लवर ऑफ रिजवान भाई के एकाऊंट से अपलोड हुई और अगले दो दिनों तक रही। इसके बाद यह गायब हो गई।तस्वीरों में दिखाई दे रहे आतंकियों ने सेना की वर्दी पहन रखी है। सभी के हाथों में क्लाश्निकोव राइफलें हैं। समूह फोटो के केंद्र में त्राल इलाके का सबसे ज्यादा वांछित हिज्ब कमांडर बुरहान है। बुरहान का भाई ही गत माह त्राल में आतंकियों की सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ के दौरान क्रास फायरिंग में मारा गया था। उसकी मौत पर स्थानीय लोगों और अलगाववादियों ने सेना पर उसे फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया था। बाद में मुठभेड़स्थल के पास से एक और आतंकी का शव मिला।
बुरहान के अलावा समूह फोटो में जम्मू कश्मीर पुलिस का भगौड़ा सिपाही नसीर अहमद पंडित भी है। वह आरएंडबी मंत्री अल्ताफ बुखारी के घर पर बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात था और दो राइफलें लेकर गायब हो गया था।
यह तीनों तस्वीरें एक ही बाग में खींची गई हैं। बाग के हालात के आधार पर सुरक्षाबलों का दावा है कि यह त्राल में या फिर बीजबेहाड़ा के पास ही खिंची गई हैं। इसी इलाके के पास से श्री अमरनाथ के श्रद्घालुओं का आवागमन भी है।तस्वीर में नजर आ रहे 11 आतंकियों में से दस की पहचान निसार अहमद पंडित, बिलाल अहमद बट, तारिक अहमद पंडित, आफाक अहमद, शहनवाज, बुरहान, सबजार, अश्फाक, वसीम और सद्दाम हैं। यह सभी त्राल, बीजबेहाड़ा, पुलवामा और शोपियां के रहने वाले हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दबी जबान से स्वीकार करते हैं कि दक्षिण कश्मीर में बीते कुछ महीनों में लगभग 70 युवकों ने आतंकवाद की राह चुनी है और यह 11 उनमें से ही हैं। फिलहाल, इन सभी को पकड़ने के लिए सेना और पुलिस ने एक व्यापक तलाशी अभियान चला रखा है।संबधित अधिकारियों ने बताया कि जिस एकाऊंट से यह फोटो अपलोड हुए हैं, उसकी जांच की जा रही है। यह एकाऊंट लगभग तीन साल से सक्ति्रय है।
कश्मीर मामलों के विश्लेषक मुख्तार अहमद ने कश्मीर के युवा आतंकियों की तस्वीर को एक खतरनाक ट्रेंड करार देते हुए कहा कि इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं वह किस कदर जिहादी बन चुके हैं। पहले आतंकी खुद को सबके सामने लाने से परहेज करते थे। इन तस्वीरों ने सुरक्षा एजेंसियों केा चिढ़ाया है।
सेना के 7,500 जवानों ने शुरू किया 'ऑपरेशन शिवा'
लिहाजा, यात्रा की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना ने आज 'ऑपरेशन शिवा' शुरू किया है, जिसमें उसने करीब 7,500 जवानों को अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के मकसद से कश्मीर में घुसे 10-15 खतरनाक आतंकियों को ढूंढकर अपनी गिरफ्त में लेने का जिम्मा सौंपा है। केंद्रीय अद्धसैनिक बलों और स्थानीय पुलिस ने भी इस धार्मिक यात्रा पर गए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए करीब 10 हजार जवानों को तैनात किया है। इन्हें यात्रा के रूट और उससे जुड़े अन्य स्थानों पर तैनात किया गया है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी आज श्रीनगर में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा का जायज़ा लिया। इस वर्ष यात्रा 59 दिनों तक चलेगी।
कड़ी सुरक्षा के बीच दूसरा जत्था रवाना
उधर, दक्षिण कश्मीर में हिमालय की कंदराओं में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए 1525 तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आधार शिविर से रवाना हो गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस जत्थे में 1074 पुरूष, 236 महिलाएं और सात बच्चे तथा 208 साधु हैं । ये सभी 47 वाहनों के एक काफिले के साथ तड़के सवा पांच बजे यहां भगवती नगर स्थित आधार शिविर से रवाना हुए ।यह जत्था जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहले ही पटनीटाप को पार कर चुका है और आज शाम तक बालताल और पहलगाम स्थित आधार शिविरों पर पहुंच जाएगा। आज इस जत्थे के रवाना होने के साथ ही 2805 तीर्थयात्री अब तक जम्मू आधार शिविर से अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हो चुके हैं।
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