यहां मुर्दे भी उठाते हैं पेंशन
बेगूसराय सदर। पंचायती राज व्यवस्था में जीवित व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ कितना मिलता है यह तो जग जाहिर है, परंतु यहां सरकार की लाभकारी योजनाओं का लाभ मुर्दे अवश्य उठा ले जाते हैं। यह पढ़कर आपको आश्चर्य भले ही हो, पर इसका खुलासा विगत दिनों जीडी कालेज की एनएसएस टीम द्वारा जिला के विभिन्न पंचायतों में किये गये निरीक्षण से हुआ है।
टीम ने अपनी रिपोर्ट राज्य के प्रधान सचिव एवं समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव को भी भेज दी है। प्रधान सचिव को भेजे गये रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य का खुलासा किया गया है। जिसमें मुदरें को पेंशन निर्गत करने की बात भी शामिल है।
एनएसएस जीडी कालेज इकाई के कार्यक्रम अधिकारी सह अंग्रेजी विभाग के व्याख्याता डा. अंजनी कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट पटना की ओर से एनएसएस की टीम को प्रशिक्षित कर एक अगस्त से जिला के विभिन्न प्रखंडों में आयोजित पेंशन वितरण शिविर का निरीक्षण करने एवं आंखों देखा हाल विभाग को भेजने का आदेश जारी किया था। जिसके आलोक में जीडी कालेज की एनएसएस इकाई द्वारा नियुक्त एनएसएस के स्वयंसेवकों ने शिविर का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि सबसे अधिक परेशान करने वाली बात यह उभर कर सामने आई कि जो व्यक्ति अब इस दुनिया में नहीं हैं, उनके नाम से भी पेंशन की राशि वितरित की गई है। डा. कुमार के अनुसार जिन पंचायतों में अधिक गड़बड़ी पाई गई है, उसमें बरौनी प्रखंड का मोसादपुर, मैदाबभनगामा, सहुरी, सदर प्रखंड का शाहपुर, डंडारी प्रखंड का महिपा टोल आदि शामिल हैं।