करीब तीन माह बाद हटा कर्फ्यू , गुलजार हुई कश्मीर की वादी
हालात में सुधार के साथ शनिवार को पूरे कश्मीर को कर्फ्यू मुक्त कर दिया गया। इसके साथ ही शाम को घाटी गुलजार हो उठी।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। हालात में सुधार के साथ शनिवार को पूरे कश्मीर को कर्फ्यू मुक्त कर दिया गया। इसके साथ ही शाम को घाटी गुलजार हो उठी। होटल-रेस्तरां और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह खुल गए। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई और कहीं भी ऐसा नहीं लग रहा था कि जैसे कश्मीर बीते कई दिनों से लगातार बंद झेल रहा है।
आठ जुलाई की शाम को त्राल में हिज्ब कमांडर बुरहान वानी समेत तीन आतंकियों के मारे जाने के बाद से अलगाववादियों ने कश्मीर में सिलसिलेवार बंद और विरोध प्रदर्शनों को दौर जारी रखा है। कुछ दिन से हालात में आ रहे बदलाव को देखकर प्रशासन ने पूरे शनिवार को कश्मीर को कर्फ्यू से मुक्त कर दिया। दिन में सार्वजनिक वाहन बंद थे, लेकिन निजी वाहनों की संख्या सड़कों पर सामान्य के करीब ही रही। सरकारी कार्यालय भी खुले, लेकिन कर्मचारियों की उपस्थिति नाममात्र रही।
कर्फ्यू हटाए जाने और अलगाववादियों के आजादी मार्च के बावजूद वादी के कावूसा-बडगाम को छोड़ अन्यत्र स्थिति पूरी तरह शांत रही। जैसे-जैसे दिन ढलता गया, वादी की रौनक बढ़ती गई। शाम के साथ सड़कों पर वाहनों की कतारें और दुकानों के भीतर खरीदारों की भीड़ बढ़ गई। लोग सिर्फ राशन ही नहीं बल्कि अन्य साजो सामान भी खरीद रहे थे। रेस्तराओं में भी भीड़ थी।
मुश्ताक अहमद ने कहा कि बड़े दिनों से घर में ही बंद हैं, कहीं घूमने नहीं जा सके हैं। इसलिए हमने रेस्तरां में ही डिनर का प्रोग्राम बनाया है। रीगल चौक में बेकरी की एक दुकान के मालिक सफीर अहमद ने कहा कि दिन में कहीं कफ्र्यू नहीं था, लेकिन डर के मारे कौन दुकान खोलता, कहीं पत्थरबाज आकर तोड़-फोड़ न करें। हुर्रियत ने शाम को ढील का एलान किया है, इसलिए पथराव का डर नहीं है, लोग बेखौफ होकर घरों से बाहर आए हैं, हमने भी बेखौफ होकर ही दुकान खोली है।
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