दो पत्नियों के कारण लटका अंतिम संस्कार, फ्रीजर में रखा है शव
जायदाद को लेकर दोनों पत्नियों और उनके परिजनों में विवाद हो गया, जिसके चलते पिछले 3 दिन से उसका शव फ्रीजर में रखा गया है।
भाखड़ी। दो बीवियों के कारण एक शख्स को मौत के बाद भी चैन नहीं मिल पा रहा है। जायदाद के बंटवारे को लेकर दोनों बीवियों और उनके परिजनों में विवाद हो गया, जिसके कारण उसका अंतिम संस्कार रुक गया। पिछले 3 दिन से उसका शव फ्रीजर में रखा गया है।
दरअसल, जब मृतक की पहली पत्नी जब उसका संस्कार करने जा रही थी, तो दूसरी पत्नी व अन्य रिश्तेदारों ने उसे रोक दिया। रिश्तेदारों को आशंका थी कि लैंहबर की मौत प्राकृतिक नहीं थी और जायदाद के लिए उसकी हत्या कर दी गई थी।
विवाद के तीन दिनों बाद दोनों पत्नियां उसके अंतिम संस्कार को लेकर एसडीएम की अदालत में पेश हुईं। इसके बाद लैंहबर का पोस्टमार्टम करवाने के लिए एसडीएम ने पांच सदस्यीय डाक्टरों की टीम का गठन किया। अब बुधवार को पोस्टमार्टम होने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उसकी पहली पत्नी बलजिंदर कौर अपने बेटे के साथ तलाक के बाद से ही अलग रह रहे हैं, जबकि उसका बेटा विदेश में रह रहा है। लैंहबर के साथ उसका तलाक 16 वर्ष पहले हो गया था। सरबजीत ने कहा कि 10 वर्ष पहले लैंहबर ने उसके साथ शादी की थी। वर्ष 2013 में लैंहबर सिंह ने राजपत्रित अधिकारी की हाजिरी में एक वसीयत की थी।
इसमें उसने स्पष्ट लिखा कि उसकी देखभाल उसका भाई रेशम सिंह उर्फ मनजीत व बहन रेशम कौर करते हैं। मेरी मौत के बाद मेरी संपत्ति के 3/4 हिस्से का मालिक मेरी बहन व 1/4 हिस्से का मालिक मेरा भाई होगा। इसमें मेरी तलाकशुदा पत्नी बलजिंदर कौर व उसके बेटे का कोई हक नहीं होगा।
बीमार होने का फायदा उठा कर बलजिंदर ने उसकी जायदाद गलत ढंग से अपने नाम करवा ली और उसके बैंक खातों में जमा रकम भी निकलवा ली। गत रविवार को लैंहबर की मौत हो गई। उसने एसडीएम कार्यालय में आरोप लगाया कि लैंहबर की प्राकृतिक मौत नहीं हुई है। उसकी हत्या की गई है।
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