विश्वस्तरीय बनेगा नोएडा, चलेंगी देश की पहली मिनी एसी बसें
आपके घर में एसी लगा है, कार्यालय भी वातानुकूलित है, मेट्रो का सफर भी एसी होने के कारण आरामदायक है और बड़ी बसों में भी कुछ एसी हैं।
नोएडा (लोकेश चौहान) । आपके घर में एसी लगा है, कार्यालय भी वातानुकूलित है, मेट्रो का सफर भी एसी होने के कारण आरामदायक है और बड़ी बसों में भी कुछ एसी हैं। अब अगर घर या कार्यालय से मेट्रो के बीच की दूरी तय करने के लिए भी आपको एसी बस का सफर करने को मिले, तो सहूलियत में इजाफा हो जाएगा। आने वाले दिनों में नोएडा में ऐसी ही मिनी एसी बसों को चलाने के लिए नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बस निर्माता कंपनियों से बातचीत शुरू कर दी है। उम्मीद है कि मिनी एसी बसों का संचालन दिसंबर से शुरू हो जाएगा।
अब तक देश में स्थानीय परिवहन के नाम पर चलाई जा रही मिनी बसों में कहीं भी एसी सुविधा नहीं है। नोएडा देश का ऐसा पहला शहर बनेगा, जहां मिनी एसी बसों का संचालन स्थानीय परिवहन सेवा के रूप में किया जाएगा। नोएडा के अंदरूनी रूट और फीडर बसों के रूप में जिन मिनी बसों का संचालन किया जाएगा, वे सभी एसी होंगी। शुरुआती बातचीत में बस कंपनियों ने कहा है कि आर्डर मिलने पर मिनी बसों को एसी युक्त किया जाएगा।
विश्वस्तर पर पहचान की पहल
शहर में स्थानीय परिवहन और मिनी बसों के रूप में एसी बसों का संचालन करने के पीछे उद्देश्य है कि नोएडा को विश्वस्तरीय शहर का दर्जा दिया जाए। इसके लिए जरूरी है कि यहां सुविधाएं भी विश्वस्तरीय हों। नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने इस योजना में विशेष दिलचस्पी दिखाई है जिसके बाद प्राधिकरण अधिकारी लगातार बस निर्माता कंपनियों के संपर्क में हैं। मिनी एसी बस में 16 से 18 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। कम सीटें होने से सफर आरामदायक रहेगा।
तीन प्रकार की होती हैं: मिनी : 18 या इससे कम सीट वाली , मिडी : 22 या इससे अधिक सीट वाली और स्टैंडर्ड : 52 से 54 सीट वाली।
इनका कहना है
देश की पहली मिनी एसी बसें चलाने की योजना बनाई गई है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द लोगों को इस योजना का लाभ दिया जाए और शहर को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने की दिशा में बेहतर कार्य किया जाए।
-रमा रमण, चेयरमैन, प्राधिकरण